अतिरिक्त जिला कलक्टर एवं अभियान की नोडल अधिकारी सुमन पंवार ने बताया कि अभियान के तहत जोबनेर तहसील में सर्वाधिक 17, चौमूं तहसील में 16, आमेर, आंधी, शाहपुरा, किशनगढ़-रेनवाल और फुलेरा तहसील में 15-15 सांगानेर, माधोराजपुरा में 14-14 चाकसू में 11, जमवारामगढ़ में 10, बस्सी, रामपुरा-डाबड़ी, जालसू एवं कोटखावदा तहसील में 9-9 रास्ते, कालवाड़ एवं तुंगा तहसील में 7-7 रास्ते तथा जयपुर तहसील में 4 रास्ते खुलवाए गए हैं।
उन्होंने बताया कि जिला कलक्टर ने अधिकारियों को रास्ता खोलो अभियान के तहत बंद रास्ते खुलवाए जाने के पश्चात खोले गए रास्तों पर ग्रेवेल, सी.सी. रोड़ बनवाने के निर्देश दिये हैं। इन निर्देशों की अनुपालना में अधिकांश स्थानों पर ग्रेवल रोड बनाने का काम शुरू हो चुका है। वहीं, जिन रास्तों के वाद न्यायालय में विचाराधीन हैं, परिवादियों द्वारा संबंधित न्यायालय से ही अनुतोष प्राप्त किया जाएगा।
ग्रामीण क्षेत्रों में रास्तों की भूमि पर अतिक्रमण को लेकर जनसुनवाई के दौरान बड़ी संख्या में परिवाद प्राप्त होते हैं। रास्तों को लेकर न्यायालय में भी वाद दायर किए जाते रहते हैं। ऐसे प्रकरणों में निरन्तर बढ़ोतरी होने से आमजन को न्यायालय के चक्कर लगाने एवं जन-धन की हानि होने के साथ-साथ क्षेत्र की कानून व्यवस्था भी प्रभावित होती है। इसलिए प्रशासन ने रास्ते सम्बन्धी समस्याओं के निराकरण के लिए ‘रास्ता खोलो अभियान’ चलाने का निर्णय लिया गया।
गौरतलब है कि जयपुर में रास्ता खोलो अभियान की शुरूआत 15 नवंबर से हुई है। इस नए अभियान से गांव-ढाणी और खेतों की ओर जाने वाली राह आसान होगी। जिला कलेक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने नवाचार करते हुए रास्ता खोलो अभियान शुरू करने की कार्ययोजना लागू की है। जिला प्रशासन के इस अभियान से निश्चित रूप से आमजन को राहत मिलेगी। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी राजस्व अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं।