थाने पर युवा शक्ति मंच राजस्थान और हिंदू संगठनों की ओर से विरोध प्रदर्शन किया गया। जिस दंपती पर धर्मांतरण कराने का आरोप लगाया गया है पुलिस ने उससे पूछताछ शुरू कर दी है।
विरोध-प्रदर्शन के बाद मालवीय नगर विधायक कालीचरण सराफ थाने पहुंचे और उन्होंने मामला दर्ज करने की मांग की। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। पुलिस के मुताबिक, फेज-3 झालाना डूंगरी निवासी सुमित्रा ने रिपोर्ट दी है। जिसमें बताया कि उनके घर पर दो-तीन महीने पहले कुछ लोग आए थे। उन्होंने ईसा मसीह के बारे में बताया और कहा कि इनकी प्रार्थना किया करो। जिससे तुम्हारे सारे कष्ट दूर हो जाएंगे और तुम्हारी आर्थिक स्थिति बेहतर हो जाएगी। जीवन में कभी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने ईसाई धर्म अपनाने के लिए कहा और बोले की सब स्थिति अच्छी कर देंगे, रुपए-पैसे की कोई दिक्कत नहीं रहेगी।
घर से हटवा दी मूर्तियां
सुमित्रा ने रिपोर्ट में कहा कि 13 सितंबर को दोपहर दो बजे वे दोनों आए और सभी धार्मिक वस्तुएं और मूर्तियां हटवा दी। इसके बाद दबाव बनाकर प्रार्थना करवाई। पत्नी के गले में ईसाई धर्म का जबरन लॉकेट पहना दिया। इस पर महिला ने इसकी जानकारी स्थानीय निवासियों को दी। इसके बाद उन्होंने हिंदू संगठनों से संपर्क किया। हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों ने दम्पती को शुक्रवार दोपहर को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है।
कई दिनों से चल रहा धर्मांतरण
विश्व हिंदू परिषद की प्रांत संयोजिका सुजाता पारीक ने बताया कि गरीब लोगों को पैसे का लालच देकर धर्मांतरण करवाया जा रहा है। इससे पहले भी कई परिवारों को कन्वर्ट करने की सूचना मिली है। युवा शक्ति मंच के कार्यकर्ता राजवीर सोनी ने बताया कि उन्हें जैसे ही सूचना मिली थी, वह मौके पर पहुंच गए और पुलिस को बताया। आरोप है कि अब तक कई लोगों का धर्मांतरण करवाया जा चुका है हालांकि इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है।