विषय विशेषज्ञों के मुताबिक जरूरत के बिना ही इंटरनेट शटडाउन करने का ट्रेंड बना दिया गया है, जिस कारण ऐसे हालात पनपे हैं। दूरसंचार विभाग को भी इसकी जानकारी है। जबकि, मोबाइल इंटरनेट के जरिए कई सुविधाएं उपलब्ध हैं, लेकिन लाखों लोगों की नियमित दिनचर्या प्रभावित हो रही है। कई काम ठप हो गए हैं, जिससे लोग व व्यापारी दोनों परेशाान हैं। जयपुर में नागरिकता संशोधन काानून के खिलाफ हुई रैली के चलते 22 दिसम्बर को ही इंटरनेट शटडाउन रहा। गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर मामले में सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि आज के दौर इंटरनेट लोगों के मौलिक अधिकारों में शामिल हो गया है। ऐसे में बेवजह इंटरनेट बंद नहीं किया जा सकता है।
संभागीय आयुक्त ने की समीक्षा
संभागीय आयुक्त के.सी. वर्मा ने दो दिन पहले ही इंटरनेट शटडाउन को लेकर समीक्षा की है। इसमें सभी मोबाइल आॅपरेटर और पुलिस प्रशासन के अधिकारी शामिल हुए। इसमें मोबाइल आॅपरेटरों ने साफ कहा कि बेहद जरूरी होने पर ही इंटरनेट बंद किया जाए, क्योंकि मौजूदा दौर में इंटरनेट बेहद जरूरी है। साथ ही इसके बंद होने से आॅपरेटरों को भी आर्थिक नुकसान हो रहा है।
संभागीय आयुक्त के.सी. वर्मा ने दो दिन पहले ही इंटरनेट शटडाउन को लेकर समीक्षा की है। इसमें सभी मोबाइल आॅपरेटर और पुलिस प्रशासन के अधिकारी शामिल हुए। इसमें मोबाइल आॅपरेटरों ने साफ कहा कि बेहद जरूरी होने पर ही इंटरनेट बंद किया जाए, क्योंकि मौजूदा दौर में इंटरनेट बेहद जरूरी है। साथ ही इसके बंद होने से आॅपरेटरों को भी आर्थिक नुकसान हो रहा है।
देश में इस तरह तेजी से बढ़ा ग्राफ…
वर्ष————इंटरनेट बंद संख्या
2012———— 3
2013———— 5
2014———— 6
2015———— 14
2016———— 31
2017———— 79
2018———— 134
2018———— 134
2019———— 106
2020———— 3 (अब तक) इन पर पड़ रहा असर
-सोशल साइट्स के माध्यम से दुनियाभर से जुड़े रहने वाले लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी।
-डेबिट-क्रेडिट कार्ड भुगतान प्रक्रिया, ई-वॉलेट ट्रांजेक्शन, मूवी टिकट बुकिंग, मोबाइल बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग, ऑनलाइन टैक्सी सर्विस, ऑनलाइन।
होम डिलवरी, ऑनलाइन फूड ऑर्डर, पानी-बिजली आदि के बिल जमा, ऑनलाइन शॉपिंग, होटल बुकिंग, फ्लाइट बुकिंग, रेल यात्रा बुकिंग, कॉर्ड स्वाइप मशीन,ऑनलाइन मॉन्यूमेंट बुकिंग,मनी ट्रांसफर व अन्य।
वर्ष————इंटरनेट बंद संख्या
2012———— 3
2013———— 5
2014———— 6
2015———— 14
2016———— 31
2017———— 79
2018———— 134
2018———— 134
2019———— 106
2020———— 3 (अब तक) इन पर पड़ रहा असर
-सोशल साइट्स के माध्यम से दुनियाभर से जुड़े रहने वाले लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी।
-डेबिट-क्रेडिट कार्ड भुगतान प्रक्रिया, ई-वॉलेट ट्रांजेक्शन, मूवी टिकट बुकिंग, मोबाइल बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग, ऑनलाइन टैक्सी सर्विस, ऑनलाइन।
होम डिलवरी, ऑनलाइन फूड ऑर्डर, पानी-बिजली आदि के बिल जमा, ऑनलाइन शॉपिंग, होटल बुकिंग, फ्लाइट बुकिंग, रेल यात्रा बुकिंग, कॉर्ड स्वाइप मशीन,ऑनलाइन मॉन्यूमेंट बुकिंग,मनी ट्रांसफर व अन्य।