डॉक्टरों ने कटे हुए हाथ को लेकर नहीं की कोई पूछताछ
परिजन जब मरीज का ट्रोमा सेंटर लेकर पहुंचे, उस वक्त उसके भाई घनश्याम के हाथ में एक कट्टा था। जिसमें कटे हाथ को डाल रखा था। यहां कटा हाथ जोड़ा नहीं जा सका और मरीज के कटे हुए अंग का ऑपरेशन कर दिया गया। यहां चिकित्सकों ने मरीज के परिजनों से कटे हाथ संबंधी कोई पूछताछ नहीं की। ऐसे में मरीज के भाई ने ऑपरेशन के बाद कटे हुए हाथ को अस्पताल के डस्टबिन में डाल दिया। जिसे 22 जून की रात को कुत्ता डस्टबिन से निकाल लाया और मुंह में लेकर घूम रहा था। यह भी पढ़ें – Good News : राजस्थान को अब मिलेगी कुल 400 मेगावाट अनावंटित बिजली, केन्द्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने दी मंजूरी