इन दोनो प्रोजेक्टो का अध्ययन करने के लिये राज्य सरकार ने बजट भी जारी कर दिया है।
शिपिंग मंत्रालय के अधीनस्थ भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण ने जालौर के सांचोर में एक अंतर्देशीय शिपिंग बंदरगाह के निर्माण के लिए राजस्थान सरकार का मार्गदर्शन आैर सहायता करने का प्रस्ताव रखा है। इसके अलावा इंदिरा गांधी नहर में भी जहाज चलाए जाने का अध्ययन करने का काम शुरू हो गया है।
राज्य सरकार ने भी पूर्व में सांचोर में बंदरगाह बनाने 119 लाख रूपए का बजट बंदरगाह की प्री.फीजिबल रिपोर्ट तैयार करने के लिए जारी कर दिया है।
केन्द्र और राज्य सरकार का मिलाजुला प्रयास अमलीजामा पहनता है तो आने वाले यहां विकसित किए जाने वाले बंदरगाह आैर टर्मिनल से पश्चिमी राजस्थान में अंतर्देशीय जल परिवहन सुविधाओं के विकास में मदद मिलेगी। यही नहीं, इससे इस क्षेत्र का सामाजिक-आर्थिक विकास भी संभव हो पाएगा। राज्य सरकार नहर के आसपास चूना पत्थर, जिप्सम, लिग्नाइट और सीमेंट फैक्ट्रियों के लिए व्यावसायिक विकास अवसरों की तलाश करेगी।
पांच माह में रिपोर्ट
इस परियोजना की संभाव्यता-पूर्व रिपोर्ट को तैयार करने का काम वैप्कॉस द्वारा किया जाएगा। इसकी ओर से रिपोर्ट पांच महीने के भीतर पेश कर दी जाएगी। इस दौरान भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण इस पर पूरी तरह से नजर रखेगा और इसके साथ ही वह इसके लिए मार्गदर्शन भी करेगा। गुजरात से और जालौर के बीच एक नहर बनाने का प्रस्ताव है। इस नहर को तीन मीटर की न्यूनतम तलछट को बरकरार रखना होगा।