परीक्षा केंद्रों तक भारी गड़बड़ी हुई
सवाल उठाते हुए हनुमान बेनीवाल ने कहा कि कई अभ्यर्थियों को मनचाहा सेंटर देना, पटना में जेल भेजे गए अभ्यर्थियों का उन्हे चार घंटे पहले प्रश्न पत्र और उत्तर मिलना स्वीकार करना और सैकड़ों छात्र जिनका परीक्षा के दौरान समय खराब नही हुआ, बावजूद इसके उन्हे ग्रेस अंक देना यह स्पष्ट कर रहा है की पेपर आउट होने से लेकर परीक्षा केंद्रों तक भारी गड़बड़ी हुई है! यह भी पढ़ें – Good News : राजस्थान में 359 महिला पीटीआइ बनेंगी रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा कमांडो, स्कूलों में छात्राओं को सिखाएगी आत्मरक्षा के गुर सीबीआई जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने NTA से मांगा जवाब
हनुमान बेनीवाल ने आगे कहा कि समाचार पत्रों के अनुसार माननीय सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग को लेकर लगी याचिकाओं पर NTA से जवाब भी मांगा है। केंद्र को खुद आगे चलकर इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से करवाने की सिफारिश करते हुए अविलंब इस परीक्षा को रद्द करना चाहिए।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने 24 घंटे में बदला अपना बयान
हनुमान बेनीवाल ने आगे कहा कि चूंकि मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश को लेकर देश की यह सबसे बड़ी परीक्षा है। शिक्षा मंत्री ने 24 घंटे में अपने बयान बदल दिए ऐसे में मेरी मांग है कि प्रधानमंत्री @narendramodi को खुद को भी इस मामले में वक्तव्य देना चाहिए! इस परीक्षा में हुई गड़बड़ी से देश के मेहनतकश छात्र आहत है और आंदोलित भी है। उनके साथ न्याय होना चाहिए और हम न्याय की लड़ाई में आंदोलित छात्र-छात्राओं के साथ खड़े है!
लोक सभा में शपथ के साथ उठाऊंगा यह मामला
हनुमान बेनीवाल ने आगे कहा कि NTA का मुख्य काम उच्च शिक्षा और विभिन्न सरकारी संस्थानों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय स्तर पर कुशल, पारदर्शी और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप परीक्षाएं आयोजित करना है। लेकिन NEET UG परीक्षा से जुड़े इस मामले को देखने के बाद NTA की जवाबदेही पर अपने आप में यह भी बड़ा सवालिया निशान खड़ा हुआ है। क्या इस संस्था द्वारा आयोजित करवाई गई अन्य परीक्षाएं भी पारदर्शी रूप से आयोजित हुई अथवा नहीं? NTA संस्था संदेह के दायरे में है! नीट परीक्षा के मामले को लोक सभा में शपथ के साथ ही उठाऊंगा!