इससे पूर्व महासभा के प्रदेशाध्यक्ष कालू लाल गुर्जर ने सम्मेलन का उद्घाटन किया। अतिथियों ने पथिक के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। युवा प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष गौरव चपराना ने बताया कि राजधानी में 13 वर्ष बाद हुए आयोजन में युवाओं से समाज हित में एकजुट होने का आह्वान किया गया। समाज में शिक्षा व रोजगार संबंधी समस्याओं पर विचार-विमर्श भी हुआ। विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा समाज की उपेक्षा तथा युवाओं को लेकर समाज में जेनरेशन गैप की अवधारणा पर भी अतिथियों व वक्ताओं ने चर्चा की। इसके अलावा सेना भर्ती में केंद्र सरकार से जम्मू-कश्मीर, हिमाचल व उत्तराखंड के समाज के युवाओं को शैक्षणिक योग्यता में विशेष छूट देने की भी मांग की गई।
अजीत सिंह ने कहा कि समाज के युवा नौकरियों के अलावा व्यापार में भी किस्मत आजमाएं। कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रोहित सिंह चेची ने बताया कि सम्मेलन में भगवान देवनारायण, कर्मयोगी रामगोपाल गार्ड, कांग्रेस नेता राजेश पायलट व कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला को भी याद किया गया। महंत दिनेश गिरि, मंगलनाथ, हैरिटेज निगम की महापौर मुनेश गुर्जर, गुर्जर नेता विजय बैंसला, मोहनलाल वर्मा, प्रहलाद अवाना, देवनारायण रग्गल, अशोक गार्ड, अमरसिंह व सरदार सिंह सहित देशभर से आए समाजबंधु मौजूद रहे।
पथिक सेना व पथिक सेवा आश्रम की ओर से प्रेस क्लब में कार्यक्रम हुआ। महावीर पोसवाल ने बताया कि देशभर की प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री मदन दिलावर थे व अध्यक्षता गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने की।
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वक्ताओं ने विजय सिंह पथिक के कृतित्व पर प्रकाश डाला। शिक्षा मंत्री से पथिक की जीवनी को सरकारी पाठ्यक्रम में शामिल करने, उनके नाम पर विवि., स्मारक व पैनोरमा बनवाने की भी मांग की।
गौरव ने बताया कि परस्पर संवाद स्थापित करने के लिए प्रदेश स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। प्रदेश के सभी जिलों में छात्रावास-कोचिंग सेंटर स्थापित करने के लिए अभियान शुरू होगा। एमबीसी आरक्षण में भर्तियों में चले आ रहे बैकलॉग के समाधान के लिए रणनीति बनाने पर विचार विमर्श हुआ।