रोजगार मंत्रालय के अनुसार देशभर के असंगठित क्षेत्र के कामगारों के जीवन स्तर में व्यापक बदलाव लाने और उन्हें आर्थिक स्तर पर आजादी देने के लिए ई-श्रम पोर्टल के रूप में डिजिटल मंच उपलब्ध कराया गया है। श्रम विभाग के अधिकारियों के अनुसार असमय मृत्यु होने पर पात्र आवेदक के परिवार को बीमा की रकम मिलने पर वह आर्थिक स्तर पर भी सुरक्षित रहेगा। उधर, जयपुर रीजन के संयुक्त श्रम आयुक्त आसिफ शेख ने बताया कि विभाग की ओर से जागरूकता के प्रयास जारी हैं। इस क्रम में आगामी दिनों में जयपुर व आस-पास के शहरों में शिविर भी लगाए जाएंगे।
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पीएम आवास, श्रम योगी मानधन योजना, सुरक्षा बीमा, आयुष्मान भारत, सार्वजनिक वितरण प्रणाली सहित केंद्र की 15 से अधिक योजनाओं का लाभ।
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देवस्थान विभाग पुजारी और सेवागीर संघ के अध्यक्ष उमाशंकर मिश्र और पुजारी महावीर शर्मा ने बताया कि श्रम विभाग या सरकार के अन्य विभाग की ओर से शिविर लगाकर पुजारी-पुरोहितों को इस योजना से जोड़ना चाहिए। ऐसा होने पर छोटे मंदिरों के पुजारियों को आजीविका के लिए मंदिर में आने वाली भेंट पर निर्भर नहीं रहना होगा। कार्ड बनने पर छोटे मंदिरों के पुजारियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा।
किसी भी नागरिक सेवा केंद्र (सीएससी) व ई-मित्र पर आधार कार्ड, बैंक खाता, मोबाइल नंबर से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने पर 12 अंकों का विशेष कोड मिलता है। ई-श्रम कार्ड बनने पर दो लाख रुपए का जीवन बीमा, आंशिक विकलांगता पर आर्थिक सहयोग तथा 60 वर्ष की आयु के बाद दो हजार रुपए पेंशन भी मिलेगी। इसके लिए 16 से 59 साल की उम्र के लोग यह कार्ड बनवा सकते हैं।