राजस्थान के पांच मेजर मिनरल ब्लॉकों की नीलामी 21 जून तक
ब्याज दरों में बढ़ोतरी भी नहीं रोक पाई डिमांड
मदान ने कहा कि पिछले पांच सालों के दौरान नए घरों का साइज 7 फीसदी बढ़ा है। अब घरों का औसत साइज बढ़कर 1225 वर्गफीट तक हो गया है। हालांकि सेक्टर के लिए नया निवेश एक बड़ी समस्या बन गई थी, लेकिन अब इस मामले में भी दिक्कतें दूर होने लगी है। पिछले एक साल में रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में 2.50 फीसदी की वृद्धि की है, जिसके बाद लगभग सभी बैंकों ने होम लोन को महंगा किया है। लेकिन, सबसे अच्छी बात यह है कि ब्याज दरें बढ़ने के बाद भी नए घरों की मांग में कोई कमी नहीं आई है। महंगाई का ग्राफ धीरे—धीरे नीचे आ रहा है, जिससे आने वाले दिनों में बैंक ब्याज दरों में कमी कर सकता हैं। अगर ऐसर होता है, तो इसका सबसे बड़ा फायदा रियल एस्टेट क्षेत्र को ही होने वाला है।