पुलिस ने कहा हमने उसे घेर लिया था, सरेंडर करने को कहा था… डीग एसपी राजेश कुमार मीना ने बताया कि कामां पुलिस को सूचना मिली थी कि 20 हजार का इनामी हिस्ट्रीशीटर बदमाश सुरेश गुर्जर अपने साथियों के साथ कामां थाने के गांव भुड़ाका में किसी वारदात को अंजाम देने के लिए घूम रहा है। जिसके बाद तत्काल प्रभाव से कामां पुलिस अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंची, लेकिन सुरेश गुर्जर अपने साथी के साथ गांव भुड़ाका में फायरिंग करके भाग निकला।
पैर में लगी दो गोली, पुलिसवाले बाल-बाल बचे
पुलिस ने बदमाशों का पीछा करते हुए विलोंद गांव के पास उसे घेर लिया। जिसको देख सुरेश गुर्जर ने पुलिस के ऊपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। दूसरी तरफ पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की, इस दौरान बदमाश सुरेश गुर्जर के पैर में गोली लग गई। गोली लगने के बाद बदमाश सुरेश गुर्जर और उसके दूसरे साथी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। घायल अवस्था में बदमाश को कामां के अस्पताल में भर्ती करवाया गया था जिसे बाद में भरतपुर रेफर कर दिया जहां उसका इलाज चल रहा है। बदमाश सुरेश गुर्जर के ऊपर लूट, चोरी और हत्या के 46 मुकदमे दर्ज हैं। घटना देर रात की बताई जा रही है।
पुलिस ने बदमाशों का पीछा करते हुए विलोंद गांव के पास उसे घेर लिया। जिसको देख सुरेश गुर्जर ने पुलिस के ऊपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। दूसरी तरफ पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की, इस दौरान बदमाश सुरेश गुर्जर के पैर में गोली लग गई। गोली लगने के बाद बदमाश सुरेश गुर्जर और उसके दूसरे साथी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। घायल अवस्था में बदमाश को कामां के अस्पताल में भर्ती करवाया गया था जिसे बाद में भरतपुर रेफर कर दिया जहां उसका इलाज चल रहा है। बदमाश सुरेश गुर्जर के ऊपर लूट, चोरी और हत्या के 46 मुकदमे दर्ज हैं। घटना देर रात की बताई जा रही है।
अपनी होने वाली बहु की हत्या का बदला लेने आया था
आपको बता दें कि 4 सितंबर को गांव भुढाका में एक महिला भोता देवी और उसकी बेटी नेहा गुर्जर की उसके ही परिवार के लोगों ने गला रेतकर हत्या कर दी थी। मृतक नेहा की सगाई बदमाश सुरेश गुर्जर के बेटे से हो रखी थी। कहा जा रहा है कि सुरेश गुर्जर इसका बदला लेने के लिए गांव भुड़ाका वारदात को अंजाम देने पहुंचा था।
आपको बता दें कि 4 सितंबर को गांव भुढाका में एक महिला भोता देवी और उसकी बेटी नेहा गुर्जर की उसके ही परिवार के लोगों ने गला रेतकर हत्या कर दी थी। मृतक नेहा की सगाई बदमाश सुरेश गुर्जर के बेटे से हो रखी थी। कहा जा रहा है कि सुरेश गुर्जर इसका बदला लेने के लिए गांव भुड़ाका वारदात को अंजाम देने पहुंचा था।