इस शाही शादी में बेहद गुप्त तरीके से निमंत्रण पत्र वेबसाइट के जरिए बांटे गए हैं। शादी में देश, विदेश के करीब सौ से ज्यादा मेहमान शामिल होंगे। कार्ड में शादी की हिन्दू परंपराओं की जानकारी देते हुए निमंत्रण भेजा गया है। शादी में 23 नवंबर को मेहंदी की रस्म, संगीत और रिंग सैरेमनी होने के समय की जानकारी दी गई, वहीं मैरिज का परंपरागत तरीके से कार्यक्रम 24 नवंबर को किया जाएगा। कार्ड अन्य शादियों के निमंत्रण पत्र जैसा बाकायदा गणेशमंत्र के साथ प्रिंट किया गया है, केवल लड़की के नाम की जगह भी लड़के का नाम दिया गया है।
हाल ही में देश में समलैंगिक विवाह को लेकर बहस खड़ी हुई थी। इस मामले में याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में समलैंगिक विवाह को कानूनी रूप से मान्यता देने से इनकार किया था। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि कानून बनाने का काम संसद और विधानसभाओं का है। कोर्ट ने इस बात पर भी जोर दिया कि समलैंगिक व्यक्तियों को अपना साथी चुनने का अधिकार है। भारत में इस तरह के विवाह को कानून के साथ समाज भी मान्यता नहीं देता है। बताया जा रहा है कि कुछ संगठन आज इस शादी का विरोध करने की तैयारी कर रहे हैं। यह भी बताया जा रहा है कि आज होटल संचालक पुलिस की मदद भी लेने की तैयारी में हैं।