ग्राम पुरुषोत्तम पुरा निवासी कृष्ण गुर्जर ने रिपोर्ट में बताया कि वह निजी अस्पताल के बाहर चाय की थड़ी संचालित करता है। वहां नारनौल निवासी तेजादेवी बावरिया आई। उसने उसके साथ मेलजोल बढ़ा लिया। वह उससे मोबाइल फोन पर बात करने लग गई। इसके बाद तेजादेवी व महिला वकील ज्योति शर्मा व एक अन्य महिला उसके पास आई और उसे बलात्कार के झूंठे मामले में फंसाने की धमकी दी।
इन्होंने इस मामले में राजीनामे के लिए 6 लाख रुपए की मांग की। उसे लगातार उसके खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने की धमकियां मिलने पर उसने परिजनों व रिश्तेदारों से व्यवस्था करके एक लाख 80 हजार रुपए महिला वकील को दे दिए। इसके बाद आरोपियों ने एक शपथ पत्र नोटेरी से तस्दीक करवा कर उसे दे दिया जिसमें महिला ने स्वीकार किया कि उसके साथ बलात्कार नहीं किया गया है। आरोपियों ने उससे कहा कि यदि इस मामले में कोई शिकायत थाने में की तो उसे दूसरे झूठे मामले में फंसा देंगे।
गौरतलब है इससे पहलेे सुनील कुमार स्वामी ने नाथी देवी उसके पति हिम्मत, वकील ज्योति शर्मा व राजेन्द्र गुर्जर के खिलाफ बलात्कार के झूठे मामलें में फंसाने की देकर धमकी देने व राजीनामा के लिए रुपए देने का दबाव बना उनसे 5 लाख 50 हजार रुपए ऐंठ लिए थे। इसके बाद दूसरे मामले में सुरेश सिंह उसके साथी से भी आरोपियों ने 7.5 लाख हड़प लिए थे।