जयपुर

चौंकिए मत ! अब शादियों का नया ट्रेंड…गंगा आरती, रामायण की चौपाइयां और पौराणिक तरीके से स्वागत

Spiritual Wedding: शादी में इस तरह की थीम पर 10 लाख रुपए या इससे अधिक खर्च आएगा। बारात के आगमन और वरमाला के समय शंख की ध्वनि के बीच 21 ब्राह्मण वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ सभी रस्में पूरी कराएंगे।

जयपुरNov 09, 2024 / 02:15 pm

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जयपुर. राजस्थानी और रॉयल थीम पर डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए मशहूर जयपुर में देवउठनी एकादशी (12 नवंबर) के साथ शुरू होने वाले शादियों के अगले सीजन में रामायण, बनारस और वृंदावन की थीम पर आयोजन होंगे। शहर के रिसोट्र्स सहित अन्य स्थानों पर जयपुर और दूसरे शहरों के लोगों की ओर से दिसंबर और जनवरी में ये शादियां होंगी। इन आयोजनों में महल, किलों के साथ ही बनारस के चर्चित घाट और वृंदावन के मंदिरों के सेटअप तैयार किए जाएंगे। दूल्हा-दुल्हन की एंट्री, वरमाला के साथ ही बारात के स्वागत के समय रामायण के दौर के गीत-भजनों के साथ ही हालिया रिलीज फिल्मों के गीतों की धुनें भी सुनाई देंगी। दूल्हे और बारातियों का स्वागत भी पौराणिक और परंपरागत तरीके से किया जाएगा।
शहर के वेडिंग प्लानर्स ने बताया कि शादी में इस तरह की थीम पर 10 लाख रुपए या इससे अधिक खर्च आएगा। बारात के आगमन और वरमाला के समय शंख की ध्वनि के बीच 21 ब्राह्मण वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ सभी रस्में पूरी कराएंगे।
वेडिंग प्लानर गणेश ने बताया कि बनारस, वृंदावन और रामायण थीम वाली शादियों के लिए स्टेज और मंडप सहित अन्य डेकोरेशन थीम के अनुसार किया जा रहा है। भगवा रंग के पर्दों के इस्तेमाल के साथ ही दूल्हा-दुल्हन की एंट्री भगवान राम-सीता के स्वयंवर की तरह करवाई जाएगी। तिलक लगाने के बाद बारातियों को इत्र, पौधे और गॉड आइडल गिट किए जाएंगे।
दुल्हन रीना माहेश्वरी ने बताया कि 29 नवंबर को उनकी शादी आध्यात्मिक थीम पर होगी। शादी के लिए ज्वैलरी और कपड़ों में भी महारानी-पटरानी की थीम रखी है। मेकअप भी इसी तर्ज पर होगा। पूरे आयोजन में पुराने दौर की झलक नजर आएगी।
मंडली के कलाकार करेंगे रासलीला
हल्दी की रस्म के दौरान मेहमान बृज की होली खेलेंगे। इसके लिए गुलाब सहित अन्य फूल ऑर्डर किए गए हैं। वृंदावन की मंडली रासलीला की प्रस्तुति देगी। सजावट भी फूलों से की जाएगी। खाने का मैन्यू भी पारंपरिक रखा गया है।
गीतों के स्थान पर सुनाई देंगी चौपाइयां
रामलीला मंडली राम-जानकी विवाह का मंचन करेगी। कपल की एंट्री के दौरान गंगा आरती के साथ ही वरमाला के दौरान रामायण की चौपाइयां सुनाई देंगी। शादी के खाने का मैन्यू का रंग भी केसरिया तय किया है।
बैकग्राउंड में दिखाई देगा दशाश्वमेध घाट
घराती बारातियों को बनारस के दशाश्वमेध घाट पर होने वाली गंगा आरती जैसा नजारा देखने को मिलेगा। हाथों में दीप लिए डांस ट्रूप दूल्हा-दुल्हन का स्टेज पर स्वागत करेगा। बनास के व्यंजन भी मैनू में शामिल होंगे।

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