1. माउंट आबू
मानसून में राजस्थान में घूमने की जगहों की सूची माउंट आबू के बिना कैसे पूरी हो सकती है? राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन माउंट आबू पर्यटकों की सबसे पसंदीदा जगहों में से एक है। आपको बता दें, माउंट आबू का पुराना नाम ‘अर्बुदारन्य’ था जिसका मतलब है – ‘अर्बु के जंगल’। यह शहर अरावली की पहाड़ियों से घिरा हुआ है और बारिश के मौसम में तो और हरा-भरा दिखाई देने लगता है। भले ही पूरे साल मौसम ठंडा रहता है, लेकिन माउंट आबू मानसून में एक अलग ही आकर्षण होता है। नक्की झील, अपने नीले पानी और साफ-सुथरे परिवेश के साथ, मानसून में और भी रोमांटिक लगती है। खूबसूरती से भरपूर यह हिल स्टेशन मानसून में राजस्थान में घूमने के लिए सबसे बेहतरीन जगहों में से एक है। माउंट आबू के अलावा आप राजस्थान के अरावली पर्वतों की सबसे ऊंची चोटी गुरु शिखर पर भी घूम सकते हैं। इस शिखर पर आपको एक सफेद मंदिर दिखाई देगा, जिसमें भगवान दत्तात्रेय की पूजा की जाती है। इसके अलावा अचलगढ़ का किला, ट्रेवर टैंक, क्रोकोडाइल पार्क और गोमुख मंदिर भी देखने लायक जगह हैं।
आकर्षण के केंद्र
नक्की झील, गुरु शिखर, टॉड रॉक व्यू पॉइंट, माउंट आबू अभयारण्य, दिलवाड़ा जैन मंदिरयहां कैसे पहुंचे
निकटतम हवाई अड्डा उदयपुर में है जो 185 किमी दूर है। माउंट आबू निकटतम रेलवे स्टेशन है जो शहर के केंद्र से 18 किमी दूर है। यह हिल स्टेशन दिल्ली, उदयपुर और जयपुर से सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।2. पुष्कर
बारिश के शुरू होते ही पुष्कर के चारों तरफ फैली अरावली की पहाड़ियां खिल उठती हैं। पहाड़ों से गिरता बारिश का पानी पुष्कर के मशहूर कुंड में जमा हो जाता है। लोगों का मानना है कि इस पानी में स्नान करने से न सिर्फ पापों से मुक्ति मिलती है, बल्कि शरीर के कई रोग भी खत्म हो जाते हैं। भारत में कुल 6 बृह्मा मंदिर हैं, जिनमें से सबसे जाना माना मंदिर पुष्कर में है। आप पुष्कर में रंगजी का मंदिर (जहां विदेशी लोगों का जाना मना है), कैमल सफारी, सनसेट पॉइंट भी देख सकते हैं।आकर्षण के केंद्र
पुष्कर झील, भगवान ब्रह्मा मंदिर, सावित्री मंदिर, रंगजी मंदिरयहां कैसे पहुंचे
पुष्कर राजस्थान के राष्ट्रीय राजमार्गों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। पुष्कर रेल टर्मिनस अजमेर रेलवे स्टेशन (11 किमी) से जुड़ा हुआ है। निकटतम हवाई अड्डा जयपुर (146 किमी) में है।3. उदयपुर
उदयपुर झीलों की नगरी है। बारिश के मौसम में उदयपुर की 7 झीलों का स्तर बेहद बढ़ जाता है और टूरिस्ट को सबसे ज्यादा मजा यहां बोटिंग करते हुए आता है। इसके अलावा आप पिचोला झील के पास सिटी पैलेस देख सकते हैं। इस झील के बीचों-बीच लेक पैलेस भी बना हुआ है, जिसमें उदयपुर का शाही परिवार गर्मियों में छुट्टियां मनाया करता था। इस महल को संगमरमर से बनाया गया है और इसके साथ ही आप ताज का फाइव स्टार होटल भी देख पाएंगे। आप उदयपुर में इन जगहों के अलावा जगदीश मंदिर, फतेहसागर झील, सहेलियों की बाड़ी, सुखाड़िया सर्कल भी देख सकते हैं। उदयपुर में पहाड़ी की चोटी पर स्थित यह आलीशान घर ‘झीलों के शहर’ में आपके लिए एक आदर्श विश्राम स्थल है। इसे वास्तव में मानसून के बादलों को देखने के लिए बनाया गया था। इसकी छत से फतेह सागर झील और स्नान के बाद के क्षितिज के आकर्षक दृश्यों का आनंद लें। बारिश में भीगे उदयपुर शहर का नजारा बस लुभावना है।
आकर्षण के केंद्र
उदयपुर सिटी पैलेस, लेक पैलेस, जग मंदिर, मानसून पैलेस, फतेह सागर झील, पिछोला झीलयहां कैसे पहुंचे
उदयपुर नई दिल्ली और राजस्थान के शहरों से रेल और सड़क मार्ग से आसानी से पहुंचा जा सकता है। निकटतम हवाई अड्डा शहर के केंद्र से 25 किमी दूर है और दिल्ली और मुंबई से सीधी उड़ानें हैं।4. बूंदी
मानसून के दौरान बूंदी का नजारा पूरी तरह से बदल जाता है। यहां आपको भीमताल झरना देखने को मिलेगा। इसे देखने दूर-दूर से लोग आते हैं। बारिश के सीजन में इसकी खूबसूरती और बढ़ जाती है। इसके बाद तारागढ़ किले के ऊपर से शहर का नजारा आपको मंत्रमुग्ध कर देगा। अगर आप कार से यहां आने की योजना बना रहे हैं तो समोढ़ भी रूक सकते हैं जो किलों के लिए प्रसिद्ध है। पहाड़ियों और नदियों से घिरा बूंदी में मानसून का मौसम मोर और इंद्रधनुष का मौसम होता है। बूंदी पैलेस, जहां नोबेल पुरस्कार विजेता रुडयार्ड किपलिंग ने अपना उपन्यास ‘किम’ लिखा था, मानसून में बहुत ही सुंदर दिखता है। मानसून में राजस्थान में करने वाली चीजों में से एक बूंदी में तीज के त्यौहार की धूम का अनुभव करना है। खूबसूरत बावड़ियों से युक्त बूंदी, जैत सागर, नवल सागर और दुगारी की खूबसूरत झीलों से भी घिरा हुआ है। बूंदी से लगभग 30 किमी दूर, गर्जन करने वाले झरने को देखना न भूलें, जो मानसून में एक बेहतरीन पर्यटन स्थल है।