रामलाल चौहान 2005 से 2010 तक पंचायत समिति पिड़ावा के प्रधान की कुर्सी भी संभाल चुके हैं। इसके अलावा रामलाल चौहान जिला परिषद सदस्य, जिला कांग्रेस कार्यकारिणी सदस्य, संदेश यात्रा पिड़ावा के प्रभारी, हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा भवानीमंडी ब्लॉक के प्रभारी रहे चुके हैं। वे वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य, अखिल भारतीय सौंधवाड़ी राजपूत महासभा के सचिव व राजस्थान अखिल भारतीय सौंधवाड़ी राजपूत महासभा के प्रदेशाध्यक्ष है।
झालरापाटन विधानसभा सीट से वसुंधरा राजे 2003, 2008, 2013 और 2018 का विधानसभा चुनाव जीतकर अब तक 4 बार विधायक रह चुकी हैं। इस दौरान वे दो बार (8 दिसंबर 2003 से लेकर 12 दिसंबर 2008 और 13 दिसंबर 2013 से लेकर 12 दिसंबर 2018 तक) राजस्थान की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। हाड़ौती क्षेत्र को भाजपा का गढ़ माना जाता है। 2018 के विधानसभा चुनाव परिणाम की बात करें तो हाड़ौती की 17 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने 10 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि कांग्रेस 7 सीट पर ही जीत हासिल कर पाई थी।
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के इस बयान से विरोधियों को लगेगा तगड़ा झटका
राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन के अंतिम तारीख से एक दिन पहले रविवार रात हाड़ौती की चुनावी तस्वीर पूरी हुई। अब तक की सभी सूचियों में टिकट पाने से वंचित रहे मंत्री शांति धारीवाल को आखिरी सूची में जगह मिली और कोटा उत्तर से प्रत्याशी बनाया गया। कोटा दक्षिण से राखी गौतम और पीपल्दा से चेतन पटेल को चुनाव मैदान में उतारा गया है। सांगोद से कांग्रेस विधायक भरत सिंह और पीपल्दा से विधायक रामनारायण मीणा इस चुनाव में नजर नहीं आएंगे।
हाड़ौती की 17 सीटों पर कौन किसके सामने