उन्होंने कहा कि लोगों के समझ में आ रहा है और इस बार सरकार रिपीट होकर रहेगी। गहलोत ने दस जनपथ पर कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद मीडिया से कहा कि भाजपा के पास साधनों की कमी नहीं है। इलेक्टोरल बॉन्ड निकाल रखे हैं। बॉन्ड एक तरह से करप्शन है। यह लीगली करप्शन है। बॉन्ड का 95 फीसदी पैसा इनके पास आता है। हमसे कोई उद्योगपति मिलने भी आ जाता है तो शाम को घर-दफ्तर पर इनकम टैक्स, ईडी के अधिकारी पहुंच जाते हैं।
सात सांसद उतारकर भाजपा ने मानी हार
गहलोत ने भाजपा के सात सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारने के सवाल पर कहा कि ऐसा कर भाजपा ने पहले ही हार स्वीकार कर ली है। इतने सांसद किसी और अन्य राज्य में भाजपा ने नहीं उतारे हैं। सोनिया का आशीर्वाद गहलोत ने कहा कि सोनिया गांधी लंबे समय तक हमारी राष्ट्रीय अध्यक्ष रही हैं। जब भी दिल्ली आना होता है, उनसे शिष्टाचार मुलाकात करते हैं। विश्वास 25 साल से बनाए रखना बहुत बड़ी बात है। वह विश्वास कायम रखा हुआ है।
कांग्रेस से बगावत कर लड़ा था पिछला विधानसभा चुनाव, अब मिला भाजपा से टिकट, जानें कौन हैं ?
भाजपा की तर्ज पर कमजोर सीटों पर उतार सकते हैं मजबूत प्रत्याशी
कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक के बाद कांग्रेस में टिकटों को एकाएक हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस के वॉर रूम में राजस्थान को लेकर मंगलवार को दिनभर बैठकों का दौर चला। इसमें स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष गौरव गोगोई, राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा वरिष्ठ नेता सी.पी.जोशी समेत कई नेताओं ने भाग लिया। सूत्रों ने बताया कि भाजपा ने जिन 41 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए हैं, उनमें से 31 सीट पर कांग्रेस लगातार चुनाव जीतती रही है। कांग्रेस भी भाजपा की तर्ज पर पहली सूची में कमजोर सीटों पर मजबूत उम्मीदवारों घोषित कर सकती है।