कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक गहलोत ने कहा है कि उनकी पार्टी सत्ता में बनेगी। उन्होंने कहा कि लोगों ने बीजेपी के कुशासन से तंग आकर कांग्रेस को वोट दिया है। राजस्थान में 200 विधानसभा सीटें हैं। 2018 के चुनाव में कांग्रेस को 100 सीटें मिली थीं, जबकि बीजेपी को 73 सीटें मिली थीं।
राजस्थान में मतदान प्रतिशत 75.45 रहा था, जो 2018 में 74.71 प्रतिशत था। exit poll मतदान के बाद किया गया एक सर्वेक्षण है जो बताता है कि लोगों ने किसे वोट दिया है। एग्जिट पोल के मुताबिक, राजस्थान में बीजेपी को 84 से 100 सीटें मिल सकती हैं, जबकि कांग्रेस को 74 से 90 सीटें मिल सकती हैं।
अगर एग्जिट पोल के नतीजे सही साबित होते हैं तो राजस्थान में बीजेपी की सरकार बन सकती है। हालांकि, कांग्रेस भी उम्मीद कर रही है कि उसे राजस्थान में सत्ता बचाने में सफलता मिल जाएगी।
राजस्थान में चुनाव नतीजों पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। यह नतीजे 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए भी अहम माने जा रहे हैं। राजस्थान के बीजेपी अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि कांग्रेस ने जो वादे किए थे, उन्हें पूरा नहीं किया, इसलिए लोगों ने उन्हें खारिज कर दिया है।
राजस्थान में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी लड़ाई है। शुरुआती रुझानों में कांग्रेस 62 विधानसभा सीटों पर आगे है, जबकि बीजेपी भी 125 विधानसभा सीटों पर आगे है। बीजेपी उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे झालरापाटन से चुनाव लड़ रही हैं। पार्टी के दिग्गज नेता 2003 से यहां से जीत रहे हैं। 2018 में, उन्होंने 54 फीसदी वोट हासिल किए थे, तब के कांग्रेस नेता मानवेंद्र सिंह को हराया था, जो अब शिवना विधानसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार हैं, जो पहले बाड़मेर का हिस्सा था और अब इसमें शामिल है।
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान में नतीजों से पहले जयपुर के गोविंद देव जी मंदिर में पूजा अर्चना की।