पार्टी सूत्रों के अनुसार प्रदेश की 25 लोकसभा सीटों को आठ क्लस्टर में बांटा गया है। एक क्लस्टर में चार और बाकी में तीन-तीन लोकसभा सीटें रखी गई हैं। एक क्लस्टर का इंचार्ज प्रदेश स्तर के एक नेता को बनाया गया है। यह नेता दिल्ली में तीन बड़े नेताओं में से एक को रिपोर्ट सौंपेंगे।
यह होंगे क्लस्टर के इंचार्ज
पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, अरुण चतुर्वेदी, पूर्व राज्यसभा सांसद नारायण पंचारिया, राज्यसभा सांसद राजेन्द्र गहलोत, सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग, पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रभुलाल सैनी, भाजपा के प्रदेश पदाधिकारी रहे प्रसन्न चंद मेहता को क्लस्टर का इंचार्ज बनाया गया है।
कौन किस क्लस्टर का इंचार्ज, आज दी जाएगी जानकारी
सभी क्लस्टर इंचार्ज को दिल्ली बुला लिया गया है। मंगलवार को दिल्ली में होने वाली बैठक में इन नेताओं को उनके लोकसभा क्षेत्र की जानकारी दी जाएगी। यह बैठक भाजपा के राष्ट्रीय नड्डा एवं अन्य बड़े नेताओं की मौजूदगी में होगी। बैठक में अन्य राज्यों के क्लस्टर इंचार्ज भी शामिल होंगे।
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विधानसभा वार समीक्षा कर शुरू होगा काम
प्रदेश में पिछले माह विधानसभा चुनाव परिणाम आए थे। भाजपा ने 115 सीटें जीत कर सरकार तो बना ली, लेकिन केंद्रीय नेतृत्व इससे खुश नहीं था। केंद्रीय नेतृत्व का मानना था कि राजस्थान में जो सर्वे हुए थे, उसमें 135 से 140 सीटें जीत रहे थे। परिणाम आशा के अनुरूप नहीं आया। हाल ही करणपुर में हुए चुनाव में भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में पार्टी अब एक-एक विधानसभा क्षेत्र पर फोकस कर लोकसभा चुनाव की रणनीति बनाएगी, ताकि परिणाम आशा के अनुरूप आएं। विधानसभा चुनाव के परिणामों के लिहाज से प्रदेश में 11 लोकसभा सीटें ऐसी रही थी, जहां भाजपा को कांग्रेस के मुकाबले कम वोट मिले थे।