हमारा कसूर इतना था कि बीसलपुर बांध के डूब क्षेत्र में हमारे गांव और ढाणियां आ गए। अपना गांव छूटा और विस्थापित हो गए। सरकारें भी हमें भूल गई। सड़क तक नहीं है और बारिश में तो घरों में ही कैद होकर रह जाते हैं।
रामलाल, ढाणी भरतपुरिया पुनर्वास कॉलोनी, बीसलपुर क्षेत्र