लेकिन हालिया इंडिया गठबंधन के साथ जाने की बात को लेकर उन्होंने कहा था कि वे किसी भी गठबंधन के साथ नहीं जाएंगे। स्वतंत्र चुनाव लड़ा था और आगे भी स्वतंत्र ही रहेंगे। लेकिन अब सीएम भजनलाल शर्मा से मुलाकात को लेकर कई मायने निकाले जा रहे है।
हालांकि रोत पहले कह चुके है कि परिस्थितियों वश इंडिया गठबंधन उनके साथ आया। यह देश किसी एक पार्टी या व्यक्ति का नहीं है। हम हमारे इलाके और राष्ट्रीय हित के विकास को धयान में रखकर आगे बढ़ेंगे।
बता दें कि कांग्रेस से भाजपा में जाने वाले दिग्गज नेता महेंद्र जीत सिंह मालवीय ने भाजपा प्रत्याशी के तौर पर बांसवाड़ा—डूंगरपुर से चुनाव लड़ा था। भारत आदिवासी पार्टी के राजकुमार रोत ने मालवीय को लोकसभा के चुनाव में हराया है।