गहलोत-पायलट-डोटासरा होंगे शामिल जानकारी के अनुसार कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल के नामांकन के दौरान कांग्रेस पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी रहेगी। इनमें पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली सहित बाड़मेर-जैसलमेर क्षेत्रों के वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं का जमावड़ा एक मंच पर नज़र आएगा।
हनुमान बेनीवाल भी होंगे शामिल! उम्मेदाराम बेनीवाल की नामांकन सभा के दौरान सबसे दिलचस्प देखना ये रहेगा कि क्या राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक हनुमान बेनीवाल इसमें शामिल होते हैं या नहीं? दरअसल, कांग्रेस में एंट्री मारने से पहले उम्मेदाराम लंबे समय तक हनुमान बेनीवाल की आरएलपी पार्टी में ही हुआ करते थे। लेकिन इसी लोकसभा चुनाव से ऐन पहले उम्मेदाराम ने आरएलपी से इस्तीफा देकर कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी। कांग्रेस ने उन्हें हाथों-हाथ टिकट थमाकर प्रत्याशी भी बना दिया।
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… तो मंच साझा करेंगे दो बेनीवाल!हनुमान बेनीवाल अगर उम्मेदाराम बेनीवाल की नामांकन सभा में आते हैं तो इस ‘शक्ति प्रदर्शन’ के मंच को दो ‘बेनीवाल’ साझा करेंगे। अलग-अलग राजनीतिक दलों में होने के बाद हनुमान और उम्मेदाराम की ये पहली सार्वजनिक सभा होगी। गौरतलब है कि हनुमान बेनीवाल इस बार नागौर लोकसभा सीट से इंडिया गठबंधन समर्थित आरएलपी के उम्मीदार हैं।
विज्ञापन पर ‘हनुमान’ की तस्वीर[typography_font:14pt;” >उम्मेदाराम बेनीवाल की नामांकन सभा में हनुमान बेनीवाल के आने की प्रबल संभावना इसलिए भी जताई जा रही है, क्योंकि नामांकन के लिए प्रचार सामग्रियों में कांग्रेस के तमाम नेताओं के साथ ही हनुमान बेनीवाल की भी तस्वीर शामिल है। जानकारी के अनुसार हनुमान बेनीवाल को इस सभा में शामिल होने का न्यौता दिया गया है। लेकिन हनुमान बेनीवाल क्या इस सभा में उम्मेदाराम के साथ मंच साझा करेंगे, इसपर सस्पेंस बना हुआ है।
कौन हैं उम्मेदाराम?2018 के चुनाव में बायतु विधानसभा सीट से आरएलपी के प्रत्याशी रहे। इस चुनाव में कांग्रेस से हरीश चौधरी तो वहीं भाजपा की ओर से उस वक्त के तत्कालीन विधायक कैलाश चौधरी ताल ठोक रहे थे। जिसमें उम्मेदाराम को हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, 2023 में भी उम्मेदाराम राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से चुनावी मैदान में उतरे। फिर से उम्मेदाराम बेनीवाल को हार का सामना करना पड़ा था।