यूं समझें बांध के गेट व उसकी हाइट
त्रिवेणी का गेज एक बार फिर 4.20 मीटर दर्ज
त्रिवेणी नदी का गेज फिर से बढ़ गया है। शुक्रवार सुबह आठ बजे तक नदी जहां 3.90 मीटर गेज के साथ बह रही थी, वहीं शाम पांच बजे तक यह 4.20 मीटर तक जा पहुंची। इसके चलते बांध में पानी की जबरदस्त आवक के चलते बांध के चार गेट एक से दो मीटर तक खोले गए हैं। त्रिवेणी का यही बहाव रहा तो गेटों की संख्या व हाइट भी बढ़ाने पर बीसलपुर बांध प्रशासन निर्णय ले सकता है।
गेट संख्या | ऊँचाई (मीटर में) | पानी की निकासी (क्यूसेक में) |
---|---|---|
गेट-8 | 1.00 | 6010 |
गेट-9 | 2.00 | 12020 |
गेट-10 | 2.00 | 12020 |
गेट-11 | 1.00 | 6010 |
कुल गेट संख्या | कुल डिस्चार्ज (क्यूसेक में) |
---|---|
4 | 36060 |
त्रिवेणी नदी का गेज फिर से बढ़ गया है। शुक्रवार सुबह आठ बजे तक नदी जहां 3.90 मीटर गेज के साथ बह रही थी, वहीं शाम पांच बजे तक यह 4.20 मीटर तक जा पहुंची। इसके चलते बांध में पानी की जबरदस्त आवक के चलते बांध के चार गेट एक से दो मीटर तक खोले गए हैं। त्रिवेणी का यही बहाव रहा तो गेटों की संख्या व हाइट भी बढ़ाने पर बीसलपुर बांध प्रशासन निर्णय ले सकता है।
नौ बजे बजा सायरन, 11 बजे खोल दिए गेट
बीसलपुर बांध के गेट आज सुबह 11 बजे खोल दिए गए थे। पिछले दो-तीन दिन से बांध में त्रिवेणी नदी का पानी तेजी से आ रहा था। गुरुवार दोपहर दो बजे बाद तो बांध परियोजना के अधिकारियों ने गेट खोलने की सार्वजनिक सूचना जारी कर दी थी। इसके बाद शुक्रवार आठ बजे तक बांध में 315.49 आरएल मीटर पानी आ गया था। बांध मात्र एक सेंटीमीटर ही खाली रहा था। इसके बाद करीब नौ बजे सायरन बजाया गया और 11 बजे बांध के दो गेट एक-एक मीटर तक खोल दिए गए।
बीसलपुर बांध के गेट आज सुबह 11 बजे खोल दिए गए थे। पिछले दो-तीन दिन से बांध में त्रिवेणी नदी का पानी तेजी से आ रहा था। गुरुवार दोपहर दो बजे बाद तो बांध परियोजना के अधिकारियों ने गेट खोलने की सार्वजनिक सूचना जारी कर दी थी। इसके बाद शुक्रवार आठ बजे तक बांध में 315.49 आरएल मीटर पानी आ गया था। बांध मात्र एक सेंटीमीटर ही खाली रहा था। इसके बाद करीब नौ बजे सायरन बजाया गया और 11 बजे बांध के दो गेट एक-एक मीटर तक खोल दिए गए।
बीसलपुर बांध में बारे आप 08 बातें भी जानिए…. 1-बांध में कुल 18 गेट हैं, जो 15 गुणा 14 मीटर की साइज के बने हैं। 2-बांध 7 वीं बार पूरा लबालब हुआ है। पिछली छह बार यह बांध अगस्त में लबालब हुआ है। पहली बार सितम्बर में इसके गेट खोले गए।
3-बांध के सभी गेट आज तक एक बार नहीं खोले गए हैं। वर्ष 2019 में इस बांध के 18 में से 17 गेट खोले गए थे। 4-जयपुर, अजमेर और टोंक के शहरी और कई ग्रामीण इलाकों में पेयजल की आपूर्ति होती है।
5-बांध की कुल भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर तक है। जो इस समय पूरा भर चुका है। 6-बीसलपुर बांध में सर्वाधिक पानी 5 सितम्बर को आया। इस दिन एक ही दिन में 40 सेंटीमीटर तक पानी आया है।
7-त्रिवेणी का बहाव गेज सर्वाधिक 25 अगस्त को सर्वाधिक रहा था। इस दिन त्रिवेणी 4.30 मीटर गेज के साथ बही थी। 8-वर्ष 2004 में निर्माण के बाद पहली बार बांध के गेट खुले थे।