Ramlala Surya Tilak Rajasthan’s Special Connection : देश-दुनिया में फैले राम भक्त इन दिनों 22 जनवरी के दिन का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर का उद्घाटन और मंदिर में रामलला प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को भव्य और ऐतिहासिक बनाने के लिए तैयारियां ज़ोरों पर हैं।
जयपुर•Jan 12, 2024 / 02:33 pm•
Nakul Devarshi
संतोष पांडेय, बेंगलूरु/जयपुर। अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के साथ ही मंदिर से राजस्थान और कर्नाटक का एक विशेष रिश्ता जुड़ने जा रहा है। राजस्थान के जनजीवन में रची-बसी धर्मनिष्ठा और कर्नाटक की नई पीढ़ी की तकनीकी दक्षता भी मंदिर की शोभा बढ़ाएगी। रामलला के माथे पर सूर्य तिलक के लिए तैयार की गई ऑप्टिकल डिजाइन राजस्थानी मूल के व्यक्ति की बेंगलूरु स्थित कम्पनी ने नि:शुल्क तैयार की है।
पाली जिले के मूल निवासी और कंपनी के निदेशक राजेंद्र कोटरिया ने बताया कि भगवान राम के सूर्यवंशी होने के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इच्छा है कि मंदिर की प्रतिष्ठा के बाद हर वर्ष रामनवमी पर राम के माथे पर सूर्य का तिलक हो।
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उन्होंने बताया कि अब जो सिस्टम तैयार किया गया है, इसके माध्यम से हर साल रामनवमी के दिन अभिजीत मुहूर्त में तीन-से चार मिनट के लिए सूर्य की किरणें रामलला के माथे को सुशोभित करेंगी।
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कोटरिया ने बताया कि यह अनूठा सिस्टम सूर्य के प्रकाश, दर्पण और लैंस का उपयोग करके तैयार किया गया है। इसकी मदद से तीन मंजिल मंदिर के गर्भगृह में विराजने वाली रामलला की मूर्ति के माथे पर सूर्य की किरणों का अभिषेक होगा। अभिषेक का सबसे पहला नजारा 29 मार्च को रामनवमी पर और उसके बाद हर साल इसी दिन दिखाई देगा। इसे मेंटेनेंस फ्री बनाने के लिए पीतल व कांसे से तैयार किया है। इसकी स्थापना का काम जोरों पर है। प्रतिष्ठा से पहले यह काम पूरा कर लिया जाएगा।
Hindi News / Jaipur / Ayodhya Ram Mandir : रामलला के माथे पर चमकने वाले ‘सूर्य तिलक’ का है राजस्थान से ये ख़ास कनेक्शन