अब व्यक्तिगत स्पर्धा में पदक की उम्मीद
राठौड़ ने बताया कि टीम इवेंट के बाद अब दिव्यकीर्ति व्यक्तिगत ड्रेसाज इवेंट में भी उतरेंगी। व्यक्तिगत इवेंट में भी उनसे स्वर्ण पदक की पूरी उम्मीद है। राठौड़ ने बताया कि बचपन से ही घुड़सवारी का शौक रखने वाली दिव्यकीर्ति तीन बार की नेशनल चैंपियन हैं और पिछले कुछ सालों से जर्मनी में ट्रेनिंग कर रही हैं। अब उनकी नजरें ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने पर टिकी हैं।
1982 के बाद पहली बार जीता स्वर्ण
दिव्यकीर्ति, हृदय छेड़ा, अनुष अग्रवाल, और सुदीप्ति हजेला की ड्रेसेज टीम ने 41 साल बाद देश को इस इवेंट में स्वर्ण पदक दिलाया है। इससे पहले भारत ने 1982 में घुड़सवारी में तीन स्वर्ण पदक जीते थे। हांगझाऊ से पहले भारत ने एशियाई खेलों में 3 स्वर्ण, 3 रजत और 6 कांस्य पदक जीते थे।
पीएम मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एशियाई खेल 2022 में ड्रेसाज प्रिक्स सेंट-जॉर्जेस में स्वर्ण पदक जीतने के लिए भारत की घुड़सवारी टीम को बधाई दी। पीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा कि यह अत्यंत गर्व की बात है कि कई दशकों के बाद, हमारी घुड़सवारी ड्रेसाज टीम ने एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता है! उन्होंने कहा कि हृदय छेदा, अनुष अग्रवाल, सुदीप्ति हजेला और दिव्यकृत सिंह ने अद्वितीय कौशल, टीम वर्क का प्रदर्शन किया है और अंतरराष्ट्रीय मंच पर हमारे देश को सम्मान दिलाया है। मैं इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए टीम को हार्दिक बधाई देता हूं।