साथ ही उन्होंने SIT बनाकर इस प्रकरण की जांच की मांग की है। पूर्व सीएम ने कहा- मेरी मांग है कि निष्पक्ष जांच के लिए
हाईकोर्ट के रिटार्यड न्यायाधीश की अध्यक्षता में SIT बनाकर इस प्रकरण की जांच की जाए जिससे पता चले कि कांग्रेस शासन में SOG द्वारा गलत जांच की गई या अभी दबाव में SOG ने गलत रिपोर्ट तैयार की है।
SOG ने रिपोर्ट में गजेंद्र सिंह शेखावत की संलिप्तता से किया इनकार
उल्लेखनीय है कि बुधवार (25 सितंबर) को मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने केंद्रीय मंत्री के खिलाफ ठोस सबूत न मिलने पर याचिका खारिज करने का आदेश दिया। जांच रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद कोर्ट ने कहा कि अगर एसओजी इस मामले में गजेंद्र सिंह शेखावत को आरोपी नहीं मानती है तो ऐसी स्थिति में इस याचिका का निस्तारित करना जरूरी हो जाता है। कोर्ट ने याचिका खारिज करते हुए कहा कि एसओजी द्वारा पेश तथ्यात्मक रिपोर्ट को रिकॉर्ड पर लिया जाता है और इसमें गजेंद्र सिंह शेखावत की संलिप्तता नहीं पाई जाने पर उन्हें इस मामले से बरी करने का आदेश दिया जाता है।
क्लीन चिट पर केंद्रीय मंत्री शेखावत ने ये कहा
क्लीन चिट मिलने पर केंद्रीय मंत्री ने पूर्व सीएम अशोक गहलोत का नाम लिए बगैर उन पर तंज कसते हुए शेखावत ने कहा कि अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं, अपने बेटे की पराजय और प्रदेश की जनता द्वारा भाजपा को विजय दिलाने की खींझ से उपजी मानसिकता के तहत जिस तरह झूठे केस में मुझे घसीटने को कोशिश की गई थी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सत्य की जीत हुई है।