बुकिंग मशीन के प्रोग्रामिंग में फेरबदल टिकटों के स्टॉक रजिस्टर में भी अनियमितता पाई। विभागीय जांच समिति ने बुकिंग मशीन के प्रोग्रामिंग में फेरबदल कर गबन करने के लिए मनीष माथुर, संदीप ऐरन एवं कृष्ण गोपाल को जिम्मेदार माना था। जांच में सामने आया कि आरोपी कर्मचारियों ने बुकिंग मशीन की प्रोग्रामिंग में फेरबदल कर एक विशेष श्रेणी के टिकट क्रमांक की राशि का योग नहीं जोडा़। इससे उन्होंने 67 लाख 40 हजार 380 रुपए हड़पे। साथ ही छपे हुए टिकटों की काउन्टर फाइल (1.4.2012 से 14.7.2014 तक) के स्थान पर समान सीरिज नम्बर व बिना सीरिज नम्बर के टिकट
बनाकर पर्यटकों से 6 लाख 97 हजार 500 रुपए की वसूली की। एक ही दिन में कई बार टिकटों का सीरियल नम्बर बदला था।
बनाकर पर्यटकों से 6 लाख 97 हजार 500 रुपए की वसूली की। एक ही दिन में कई बार टिकटों का सीरियल नम्बर बदला था।
केन्द्रीय अधीक्षक से मिलीभगत
एसीबी ने माना कि आरोपी कर्मचारियों ने केन्द्रीय अधीक्षक से मिलीभगत कर यह गड़बड़ी की। इन कर्मचारियों ने टिकट मशीन में काम आने वाली चाबी अपने पास रखी तथा मशीन में निर्धारित प्रोग्राम (सैङ्क्षटग) में फेरबदल किया। इससे टिकटों से होने वाली आय को मिलीभगत कर हड़प लिया।
एसीबी ने माना कि आरोपी कर्मचारियों ने केन्द्रीय अधीक्षक से मिलीभगत कर यह गड़बड़ी की। इन कर्मचारियों ने टिकट मशीन में काम आने वाली चाबी अपने पास रखी तथा मशीन में निर्धारित प्रोग्राम (सैङ्क्षटग) में फेरबदल किया। इससे टिकटों से होने वाली आय को मिलीभगत कर हड़प लिया।