Rising Rajasthan Summit: आनंद महिंद्रा का सबसे खास अंदाज, कहा- जे नहीं देख्यो राजस्थान, जग में आके के करयो
महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने जयपुर में महिन्द्रा वर्ल्ड सिटी से जुड़े अपने अनुभव के बारे में बताया और कहा कि 5 हजार लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार दे रहे हैं।
Rising Rajasthan Investment Summit: राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इनवेस्टमेंट समिट के उद्घाटन सत्र में चार बड़े उद्योगपतियों के भाषण भी हुए। इनमें से तीन ने राजस्थानी संस्कृति और राजस्थानी अंदाज में भाषण शुरू करते हुए आगामी निवेश की योजनाएं बताई।
* महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने खमाघणी से अपनी बात शुरू करते हुए कहा कि राजस्थान की बावड़ियां प्राचीन काल से ही यहां के निवासियों की नवाचारों की प्रवृत्ति को दर्शाती हैं। साथ ही, इन बावड़ियों में राजस्थान के तकनीकी उज्ज्वल भविष्य के बीज भी समाए हैं। उन्होंने जयपुर में महिन्द्रा वर्ल्ड सिटी से जुड़े अपने अनुभव के बारे में बताया और कहा कि 5 हजार लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार दे रहे हैं। उन्होंने मारवाड़ी में बात करते हुए कहा कि ‘जे नहीं देख्यो राजस्थान जग में आके के करयो।’
* वेदांता समूह के संस्थापक अनिल अग्रवाल ने राम-राम सा और खम्मा घणी से अपनी बात शुरू करते हुए कहा कि विश्व में वे देश ही आज सर्वाधिक सफल और विकसित हैं, जिन्होंने भूगर्भ के संसाधनों का समुचित दोहन किया है। प्राकृतिक संसाधनों से अत्यंत समृद्ध राजस्थान में भी विकास एवं प्रगति की प्रबल संभावनाएं हैं। हमने हिंदुस्तान जिंक और केयर्न एनर्जी के माध्यम से राजस्थान में एक लाख करोड़ रुपए का निवेश कर लगभग एक लाख लोगों को रोजगार प्रदान किया है। आने वाले समय में हमारा राजकीय राजस्व में अपने योगदान में तीन गुना तक वृद्धि करने और 5 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य है। अभी हम करीब पचास हजार करोड़ रुपए का राजस्व योगदान दे रहे हैं, जिसमें से करीब दस हजार करोड़ रुपए राजस्थान काे मिल रहे हैं। उन्होंने इस दौरान नरेन्द्र मोदी के सीएम के कार्यकाल के दौरान अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन में टैक्स कम कर राजस्व बढ़ाने की नीति का भी जिक्र किया।
* आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने पधारो म्हारे देश से अपनी बात शुरू करते हुए कहा कि वे मेहमान नहीं, मेजबान हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान से उनका पीढ़ियों से नाता रहा है। राजस्थान से जुड़ाव के कारण ही विश्व में राजस्थान के एम्बेसडर के रूप में उनकी पहचान है। राजस्थान में बिट्स पिलानी व अन्य शैक्षणिक संस्थानों के साथ-साथ व्यावसायिक क्षेत्र में भी उनके समूह की महत्वपूर्ण उपस्थिति है। उन्होंने मिनरल, इन्फ्रास्ट्रक्चर, टूरिज्म और रिन्यूएबल एनर्जी को राजस्थान के मित्र की संज्ञा दी। उन्होंने कहा कि नाथद्वारा में सीमेंट प्लांट लगाने जा रहे हैं और ज्वेलरी रिटेल बिजनेस का विस्तार करेंगे। करीब 50 हजार करोड़ रुपए के निवेश की योजना है। उन्होंने बाहर से आए निवेशकों से ‘पधारो म्हारे देश और निवेश करो म्हारे देश’ का आह्वान भी किया।
* अदाणी पोर्ट्स एण्ड स्पेशल इकॉनॉमिक जोन के प्रबंध निदेशक करण अदाणी ने कहा कि राजा-महाराजाओं की धरती रही राजस्थान भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। सांस्कृतिक जड़ों से जुड़े रहते हुए होने वाली प्रगति ही सही मायनों में प्रगति है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में दस साल में 23 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा से नीचे थे, अब यह संख्या 11 प्रतिशत रह गई है। करीब ढाई करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं। उन्होंने आने वाले समय में राजस्थान में 7.5 लाख करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की और कहा कि इसमें से आधा वे पांच साल में निवेश करेंगे। पीएम ने सांगानेर ब्लॉक प्रिटिंग की कार्यप्रणाली भी समझी।
पीएम नरेन्द्र मोदी ने कन्ट्री पैवेलियन एवं अन्य स्टॉल्स का अवलोकन किया। उन्होंने इस दौरान सांगानेर ब्लॉक प्रिंटिंग की कार्यप्रणाली भी समझी। मुख्यमंत्री ने चूरू के शिल्पकार द्वारा चंदन की लकड़ी से तैयार तलवार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेंट की, जिसमें महाराणा प्रताप के जीवन से जुड़ी अभिव्यक्तियां हैं। उन्होंने साफा पहनाकर प्रधानमंत्री का स्वागत भी किया। इस दौरान राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े, अदाणी ग्रुप के गौतम अदाणी, केन्द्र एवं राज्य सरकार के मंत्री, विभिन्न देशों के राजनयिक, देश-विदेश से आए उद्योगपति एवं निवेशक, प्रवासी राजस्थानी मौजूद रहे।