इस पर एएसपी भूपेन्द्र सिंह की टीम ने मंगलवार को ही आरोपियों के रिश्वत मांगने का सत्यापन किया। एसीबी सत्यापन के दौरान आरोपियों ने 60 हजार में शेष बचे 40 हजार की मांग की। बाद में 10 हजार रुपए की छूट देते हुए 30 हजार रुपए में सौदा तय किया। रिश्वत के शेष 30 हजार बुधवार को देना तय किया। आरोपी एईएन बृज किशोर की पदोन्नति के लिए एक माह बाद डीपीसी होनी है। आरोपी एक माह बाद एक्सईएन के पद पर पदोन्नत होता, लेकिन रिश्वत के चक्कर में अब पदोन्नति अटक गई।
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कोर्ट के गेट पर पहुंच जानाएएसपी भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि परिवादी ने बुधवार दोपहर आरोपियों को 30 हजार रुपए की रिश्वत राशि देने के लिए फोन किया। तब आरोपी सुरेश कुमार ने कहा कि सिविल लाइंस कार्यालय में आने की जरूरत नहीं, वह हाईकोर्ट के गेट नंबर पांच पर मिल जाएगा। आरोपी हाईकोर्ट के गेट नंबर पांच पर पहुंचा और परिवादी से रिश्वत के 30 हजार रुपए ले लिए, तभी एसीबी की टीम ने उसको पकड़ लिया। एसीबी टीम ने आरोपी सुरेश कुमार से एईएन बृज किशोर को फोन करवाया तो एईएन ने रिश्वत की राशि लेने के संबंध में सहमति दी। तब दूसरी टीम ने एईएन को पकड़ लिया। एईएन के सोडाला व यूडीसी के हसनपुरा राय कॉलोनी आवास पर एसीबी की टीम सर्च करने में जुटी थी।