दाधीच चकवाड़ा ने बताया कि भवन में पुरातन वैदिक शिक्षा को सुरक्षित रखने के लिए विशिष्ट अध्ययन केंद्र बनाया जाएगा। साथ ही छात्र—छात्राओं को शैक्षणिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। भवन में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए सभागार का भी निर्माण होगा। त्यागमूर्ति महर्षि दधीचि की स्मृति को चिरस्थाई रखने एवम आमजन को देह दान के प्रति जागरूक करने के उद्दयेश्य से आयोजित किये जा रहे इस कार्यक्रम मे समाज की विशिष्ट विभूतियों को भी सम्मनित किया जाएगा। दधीचि भवन भूतल सहित चार मंजिला होगा जिसमें अतिथि निवास की सुविधा के साथ ही पाँच सौ लोगों की क्षमता का अत्याधुनिक ऑडिटोरियम का निर्माण भी किया जायेगा।