यह एफआईार पूनासा ग्राम सेवा सहकारी समिति के व्यवस्थापक के खिलाफ दर्ज कराई गई है। पुलिस निरीक्षक रामेश्वर भाटी ने बताया कि सीसीबी की भीनमाल शाखा के प्रबंधक नंदकिशोर सोनी ने रिपोर्ट में बताया कि पूनासा ग्राम सेवा सहकारी समिति के व्यवस्थापक रामलाल सैन ने गत भाजपा सरकार के समय स्वीकृत साख सीमा से 80 लाख रुपए से अधिक के ऋण वितरित किए। इसी तरह किसानों की पात्रता से 34 लाख रुपए के अधिक ऋण दे दिए। कांग्रेस राज में दो करोड़ 89 लाख रुपए के ऋण गलत तरीके से दिए। ये सभी ऋण वर्ष 2018 व 2019 की ऋण माफी में माफ कर दिए गए। ऐसे में सरकार को इससे 3.76 करोड़ की हानि हुई।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
वर्ष 2019 से दबाए रखा था मामला मामले की प्राथमिक जांच वर्ष 2019 में की गई थी। इसके बाद धारा 55 के तहत जांच शुरू की गई। यह जांच पूरी होने के बाद भी जांच रिपोर्ट जारी नहीं की गई। चार साल बाद जांच रिपोर्ट कांग्रेस सरकार के अन्तिम समय 21 सितम्बर 2023 को उप रजिस्ट्रार सहकारी समिति जालोर की ओर से जारी की गई। अभी तक जिम्मेदारों से नुकसान की रिकवरी नहीं की गई है। अब सरकार बदलने पर एफआईआर दर्ज कराई गई है।