संयोग यह हुआ कि संदीप व हनुमंथु दोनो ही की पत्नियों ने एक दूसरे के पति को अपनी एक एक किडनी एक्सचेंज(kidney exchange) कर दी। हाल ही में हैदराबाद के एक अस्पताल में इन रिसीवर व डोनर्स सहित चारों का सफल आपरेशन हुआ है। फिलहाल चारों पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
यह भी पढ़ें: हैंडपंप से निकल रहे गंदे पानी को पीने मजबूर हुए ग्रामीण, अधिकारियों से मिलकर बताई समस्या, देखें Video किडनी की क्रॉनिक बीमारी(chronic kidney disease) से जूझ रहे संदीप और हनुमंथु करीब तीन साल से ज्यादा समय से अपने लिए एक किडनी डोनर की प्रतीक्षा कर रहे थे। संदीप और हनुमंथु की पत्नियां भी उनकी जिंदगी के लिए अपनी किडनी दान करने को तैयार थीं। लेकिन दोनों के परिवार में कोई उपयुक्त मैच नहीं था।
एक साथ चार आपरेशन
एकाएक संदीप को पता चला कि उनके मैच ग्रुप की किडनी(kidney) तेलंगाना में है। इसके बाद दोनों दंपतियो के बीच सहमति बनाई गई। इसके लिए संदीप की पत्नी इंदू भटनागर व हनुमंथु की पत्नी वरलक्ष्मी का मैच एक दूसरे के पति से हुआ। हैदराबाद के एक अस्पताल में बीते 4 फरवरी को एक साथ चार आपरेशन हुए।
एकाएक संदीप को पता चला कि उनके मैच ग्रुप की किडनी(kidney) तेलंगाना में है। इसके बाद दोनों दंपतियो के बीच सहमति बनाई गई। इसके लिए संदीप की पत्नी इंदू भटनागर व हनुमंथु की पत्नी वरलक्ष्मी का मैच एक दूसरे के पति से हुआ। हैदराबाद के एक अस्पताल में बीते 4 फरवरी को एक साथ चार आपरेशन हुए।
चारों आपरेशन सफल
केआईएमएस अस्पताल(KIMS Hospital) के मुख्य नेफ्रालाजिस्ट डा श्रीधर रेड्डी ने कहा 5 स्टेज क्रानिक किडनी डिजीज मरीज के पास केवल दो विकल्प होते हैं डायलिसिस और ट्रांसप्लांट। अध्ययन बताते हैं कि डायलिसिस की आवश्यकता वाले आधे से भी कम रोगियों तक वास्तव में प्रत्यारोपण की सुविधा पहुंच पाती है। नेफ्रालाजिस्ट व किडनी केयर(Nephrologist & Kidney Care) के संस्थापक डा विश्वराय बिल्ला ने बताया यह एक अनूठा प्रत्यारोपण है, चारों आपरेशन सफल हुए हैं।
केआईएमएस अस्पताल(KIMS Hospital) के मुख्य नेफ्रालाजिस्ट डा श्रीधर रेड्डी ने कहा 5 स्टेज क्रानिक किडनी डिजीज मरीज के पास केवल दो विकल्प होते हैं डायलिसिस और ट्रांसप्लांट। अध्ययन बताते हैं कि डायलिसिस की आवश्यकता वाले आधे से भी कम रोगियों तक वास्तव में प्रत्यारोपण की सुविधा पहुंच पाती है। नेफ्रालाजिस्ट व किडनी केयर(Nephrologist & Kidney Care) के संस्थापक डा विश्वराय बिल्ला ने बताया यह एक अनूठा प्रत्यारोपण है, चारों आपरेशन सफल हुए हैं।