पहले जहां आलू व प्याज की कीमत 15 रुपए तक मिल जा रहे थे वहीं अब इसकी कीमत बाजार में बढ़कर 40 से 50 रुपए तक पहुंच चुकी है। दाम में अचानक आए इस उछाल से जहां एक ओर लोग आश्चर्यचकित हैं, वहीं दूसरी ओर किचन का बजट गड़बड़ा गया है। पत्रिका की पड़ताल में पता चला है कि कीमत में उछाल के पीछे बाहरी और लोकल आवक में भारी कमी है। पिछले कुछ हफ्ते में यह दोनों ही प्रभावित हुई है। जिसकी वजह से यह उछाल आया है।
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आलू प्याज व टमाटर के विकल्प खोज रहे लोग : आलू, प्लाज व टमाटर महंगे होने के चलते लोगों का बजट बिगडऩा शुरू हो गया है। इसलिए अब लोग इनका विकल्प ढूंढ रहे हैं। व्यापारी संजीव ने बताया कि टमाटर की कीमत बढऩे का बिक्री पर सीधा असर बढ़ा है। वे रोजाना जितना माल बेचते थे आज उसकी कीमत बढऩे की वजह से बिक्री आधी रह गई है। बिक्री कम न हो इसका भी ध्यान रखना आवश्यक है क्योंकि इसमें माल खराब होने का डर रहता है। यही वजह है कि वे कई बार नुकसान में भी माल बेच रहे हैं। वहीं सामान खरीदने पहुंच रहे लोगों का भी कहना है कि महंगाई कम होनी चाहिए।Vegetable Price Hike: आलू और प्याज के लिए दूसरे राज्यों पर निर्भरता
खासकर टमाटर, आलू और प्लाज की कीमतों के बढऩे की तरफ नजर डालें पता चलता है कि पिछले कुछ हफ्ते में ही इसमें अचानक उछाल आया है। शहर की सबसे बड़ी मंडी संजय बाजार के व्यापारी बताते हैं कि बस्तर में आलू और प्याज को लेकर हम पूरी तरह से दूसरे राज्यों पर निर्भर रहते हैं। टमाटर की खेती यहां होती है, लेकिन उसकी क्वालिटी उतनी अच्छी नहीं है और न ही इतना उत्पादन की इससे बस्तर की मांग को पूरा किया जा सके। यही वजह है कि इनके लिए आंध्र, तेलंगाना और तमिलनाडू समेत अन्य राज्यों से मंगाना पड़ता है।फैक्ट फाइल
सब्जी थोक – रिटेलआलू 30-35 – 40-45
प्याज 34-38 – 40-50
टमाटर 50-60 – 60- 70