प्राथमिक उपचार के बाद जहां 23 बच्चों की स्थिति सामान्य पाते हुए उन्हें वापस भेज दिया गया। वहीं बचे 12 में 4 की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। इनका इलाज महारानी और मेडिकल कॉलेज में जारी है। डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें निगरानी में रखा गया है। हालत में तेजी से सुधार है। सभी की स्थिति फिलहाल खतरे से बाहर है।
रात से ही बिगड़ने लगी थी तबीयत
प्रबंधन के मुताबिक बुधवार को स्पोर्टस डे था। ऐसे में विद्यालय से बड़ी संख्या में बच्चों को क्रीड़ा परिसर में खेल खिलाने ले जाया गया था। दिनभर खेलने के बाद शाम के आते वक्त कुछ बच्चों ने बाहर से भी कुछ खरीदकर खाया था। विद्यालय से लौटने के बाद दूध और शाम के वक्त बच्चों ने बरबट्टी और आलू की सब्जी खाई थी। देर रात से उनकी अचानक तबीयत बिगडने लगी। एकाएक बच्चों को उल्टी-दस्त होने लगी, जिसके बाद 108 की मदद से उन्हें मेकाज और महारानी अस्पताल ले जाया गया।Jagdalpur News: बच्चों से मिलने पहुंचे कलेक्टर और जनप्रतिनिधि
मामले की जानकारी लगने के बाद जगदलपुर विधायक और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष किरणदेव, कलेक्टर विजय दयाराम के. महारानी अस्पताल पहुंचे और बच्चों का हाल-चाल जाना। इसी तरह युवा कांग्रेस, एनएसयूआई के पदाधिकारी और जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुशील मौर्य मौके पर पहुंचे और बीमार बच्चों का हाल चाल जाना और उनकी स्थिति के बारे में डॉक्टरों से जानकारी भी ली। साथ ही इलाज में कोई कमी न रहने की बात कहीं है। यह भी पढ़ें
CG Health Alert: स्वाइन फ्लू और डेंगू का कहर! इस जिले मिले में 18 नए मरीज, इधर डायरिया, कोरोना ने बढ़ाई टेंशन
प्रबंधन ने कहा- सभी को उल्टी-दस्त नहीं
प्रबंधन ने पत्रिका को बताया कि ऐसा नहीं है कि सभी 35 बच्चे उल्टी दस्त के शिकार थे। कुछ की ही तबीयत बिगड़ी थी। जब एंबुलेंस पहुंची तो दूसरे बच्चे अपने साथियों के साथ चल दिए और कुछ को अन्य बीमारी थी। सभी 35 बच्चे बीमार नहीं थे। उन्होंने कहा कि सभी का यहां अच्छे से ख्याल रखा जा रहा है। यहां 1500 से अधिक बच्चे रहते हैं। इसमें से कुछ ही बच्चों में यह शिकायत आई थी। समय रहते उन्हें अस्पताल भेजने का भी प्रबंध किया गया ताकि जान का नुकसान न हो। परिजनों से भी बात की जा रही है।30 महारानी तो 5 मेडिकल कॉलेज पहुंचे, 12 भर्ती
एकाएक बच्चों की तबीयत बिगड़ी तो विद्यालय प्रबंधन ने 108 को बच्चों को अस्पताल ले जाने बुलाया। इस दौरान 30 बच्चे महारानी अस्पताल पहुंचे और 5 मेडिकल कॉलेज। महारानी के अधीक्षक डॉ. संजय प्रसाद ने बताया कि 23 बच्चों का प्राथमिक उपचार कर उन्हें वापस भेज दिया। इस तरह महारानी अस्पताल में 7 मरीजों को भर्ती किया गया। इसमें 2 की हालत गंभीर बताई जा रही है। इसी तरह मेकाज के अधीक्षक डॉ. अनुरूप साहू ने बताया कि उनके यहां 5 मरीजों को लाया गया था। इनमें 2 की हालत गंभीर है। बाकी 3 की स्थिति ठीक है। डॉक्टरों का कहना है कि यह दिक्कत कुछ गलत खा लेने की वजह से आती है।Jagdalpur News; खाना फेंक रहे बच्चे, परिजन भी मिलने पहुंचे
घटना के बाद पत्रिका की टीम छात्रावास पहुंची तो यहां छात्रावास के बच्चे स्कूल में बना खाना फेंक रहे थे। उन्होंने बताया कि यह हमेशा होता है। खाने से खराब बदबू आ रही थी। जिसे बड़ी मुश्किल से बच्चे एक बाल्टी में लेकर डस्टबीन में फेंकने जा रहे थे। अब यह वही खाना है जिसे खाकर बच्चे बीमार पड़े या खराब खाना डस्टबीन में रखा हुआ था जिसे वे फेंक रहे थे इस पर कोई सहीं जानकारी प्रबंधन नहीं दे सका। प्रबंधन ने बताया कि कुछ देर पहले ही एक टीम आई थी और खाने व पानी का सैंपल लेकर गई है। वहीं दूसरी तरफ यहां घटना की जानकारी लगने के बाद दरभा इलाके से परिजन अपने बच्चों की स्थिति की जानने पहुंचे थे। उन्होंने हाल चाल जाना और प्रबंधन से बात करने के बाद संतुष्ट होकर वापस लौट आए।