ऑनलाइन डीबीटी से भुगतान होना है इसलिए आधार सीडिंग जरूरी
योजना की राशि महिलाओं को सीधे उनके बैंक खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर करके दी जाएगी इसलिए बैंक खाते का आधार कार्ड से लिंक होना या सीड होना जरूरी है। डीबीटी के सॉफ्टवेयर में जब भी कोई राशि ट्रांसफर की जाती है तो संबंधित खाते का आधार कार्ड से लिंक होना जरूरी होता है इसलिए महिलाओं से विभाग आधार कार्ड लिंक करवाने के लिए कह रहा है। जिस भी महिला का बैंक खाता १ मार्च से पहले तक आधार कार्ड से लिंक हो जाएगा उसे ८ मार्च को योजना की राशि बैंक खाते में जरूर मिलेगी। विभाग के अधिकारी बार-बार कह रहे हैं कि किसी भी पात्र महिला का नाम योजना से कटेगा नहीं।
योजना की राशि महिलाओं को सीधे उनके बैंक खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर करके दी जाएगी इसलिए बैंक खाते का आधार कार्ड से लिंक होना या सीड होना जरूरी है। डीबीटी के सॉफ्टवेयर में जब भी कोई राशि ट्रांसफर की जाती है तो संबंधित खाते का आधार कार्ड से लिंक होना जरूरी होता है इसलिए महिलाओं से विभाग आधार कार्ड लिंक करवाने के लिए कह रहा है। जिस भी महिला का बैंक खाता १ मार्च से पहले तक आधार कार्ड से लिंक हो जाएगा उसे ८ मार्च को योजना की राशि बैंक खाते में जरूर मिलेगी। विभाग के अधिकारी बार-बार कह रहे हैं कि किसी भी पात्र महिला का नाम योजना से कटेगा नहीं।
सतत चलने वाली प्रक्रिया, आगे भी जुड़ेंगे नाम
जिला परियोजना अधिकारी अरुण पांडेय ने बताया कि महतारी वंदन योजना अब शासन की सतत चलने वाली प्रक्रिया होगी इसलिए कोई भी महिला इस बात को लेकर चितिंत ना हो कि उसका नाम इस बार नहीं जुड़ा तो आगे भी उसे योजना का लाभ नहीं मिलेगा। आवेदन का अगला चरण जब शुरू होगा तो उन महिलाओं का नाम जोड़ा जाएगा जिनका नाम इस चरण में किसी कारण से रह गया है।
जिला परियोजना अधिकारी अरुण पांडेय ने बताया कि महतारी वंदन योजना अब शासन की सतत चलने वाली प्रक्रिया होगी इसलिए कोई भी महिला इस बात को लेकर चितिंत ना हो कि उसका नाम इस बार नहीं जुड़ा तो आगे भी उसे योजना का लाभ नहीं मिलेगा। आवेदन का अगला चरण जब शुरू होगा तो उन महिलाओं का नाम जोड़ा जाएगा जिनका नाम इस चरण में किसी कारण से रह गया है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सुपरवाइजर या परियोजना कार्यालय से करें संपर्क
जिला परियोजना अधिकारी ने बताया कि किसी भी महिला को अगर अपने आवेदन की स्थिति या अनंतिम सूची को लेकर कोई समस्या है तो वे अपने क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सुपरवाइजर या परियोजना कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। परियोजना अधिकारी ने कहा कि महिलाओं के बीच से फिलहाल एक ही समस्या सामने आ रही है कि उनका नाम अनंतिम सूची में क्यों नहीं दिख रहा है तो उसका एक ही समाधान है कि अपने बैंक खाते को आधार से लिंक करवाएं या फिर खाते को एक्टिव करवाएं।
जिला परियोजना अधिकारी ने बताया कि किसी भी महिला को अगर अपने आवेदन की स्थिति या अनंतिम सूची को लेकर कोई समस्या है तो वे अपने क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सुपरवाइजर या परियोजना कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। परियोजना अधिकारी ने कहा कि महिलाओं के बीच से फिलहाल एक ही समस्या सामने आ रही है कि उनका नाम अनंतिम सूची में क्यों नहीं दिख रहा है तो उसका एक ही समाधान है कि अपने बैंक खाते को आधार से लिंक करवाएं या फिर खाते को एक्टिव करवाएं।