जगदलपुर

रावघाट-जगदलपुर रेल लाइन का डीपीआर तैयार 3200 करोड़ की लागत से 3 साल में तैयार होगा ट्रैक

-मिली सौगातः अब करीब साढ़े तीन हजार करोड़ की लागत से तैयार होगा 124 किमी का ट्रैक

जगदलपुरFeb 21, 2024 / 09:57 pm

Shaikh Tayyab

रावघाट-जगदलपुर रेल लाइन का डीपीआर तैयार 3200 करोड़ की लागत से 3 साल में तैयार होगा ट्रैक

जगदलपुर, बस्तर के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है। रेलवे ने रावचाट-जगदलपुर रेल लाइन के लिए नया डीपीआर तैयार कर लिया है। रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक अब इस रूट को तैयार करने में 3282.14 करोड़ की लागत आएगी। 124 किमी के इस ट्रेक को बीआरपीएल बनाएगा। रेलवे बोर्ड ने रावघाट से जगदलपुर तक नई सिंगल रेलवे लाइन के लिए डीपीआर विद्युतीकरण समेत इसे डीपीआर में शामिल कर लिया है। जांच के बाद जीएम/ एसईसीआर द्वारा अनुमोदित कर इसे रेलवे बोर्ड को भेज दी गई है। मालूम हो कि लंबे समय से वस्तर की यह मांग थी।

इस रूट के लिए पिछले कई सालों से लगातार

आंदोलन का दौर चल रहा था। अब इस इसकी नई डीपीआर जारी होने के बाद बस्तरवासियों के मन में एक बार फिर से इस रूट के तैयार होने और राजधानी तक सीधे जुडने की उम्मीद बढ़ गई है। इधर इस बहुप्रतीक्षित रेल लाइन के निर्माण में आने वाली अड़चन के दूर होने के बाद ही यह सुविधा मिल सकेगी।
10 साल में एक दो गुना यानी 1600 करोड़ रुपए बढ़ गई राशि

दरअसल ऐसा नहीं है कि इस रूट पर डीपीआर तैयार होने का यह पहला मामला है। इससे पहले भी इस रूट के लिए दो बार डीपीआर बनाए गए। गौरतलब है कि पिछले दस साल की ओर नजर डाले तो इस बीच परियोजना की राशि दो गुना बढ़
गई। इसमें करीब 1600 करोड़ रुपए तक इसकी राशि बढ़ गई है। जब रेलवे ने इसे तैयार करने के लिए 2014-15 में अनुमान लगाया था तो इसकी अनुमानित लागत 1663.58 करोड़ रुपए थी। उसके बाद बीआरपीएल ने 2017-18 में दोबारा इसकी अनुमानित लगात 2538.35 करोड़ रुपए आंकी। अब रेलवे बोर्ड ने 2023-24 के लिए इसका विस्तृत अनुमान 3282.14 करोड़ रुपये लगाया है। वहीं रेलवे बोर्ड ने इस कार्य के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है।
रावघाट-जगदलपुर प्रोजेक्ट बीआरपीएल नहीं,रेलवे बोर्ड करेगा
राजधानी से बस्तर को जोड़ने के लिए रेलवे ने बड़ा फैसला ले लिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बीआरपीएल की लेट लतीफी को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने अब सवघाट जगदलपुर रेल लाइन परियोजना को अपने हाथ में लेने का फैसला ले लिया है। अब कभी भी इसकी घोषणा हो सकती है। गौरतलब है कि रेलवे बोर्ड ने पहले ही इसके संकेत दे दिए थे अब इसकी औपचारिकता पूरी कर ली गई है। अब सिर्फ आधिकारिक घोषणा करना ही बच्चा है। मालूम हो कि 13 सितंबर 2022 को इस सबंध में बीआरपीएल को पत्र लिखा था। रेलवे ने चार दिन के अंदर ही सारे वस्तावेज सौंपने को कहा था। 19 सितंबर को सारे कागजात पेश कर दिए थे इसके बाद से अटकले चल रही थी। इसी बीच 2023 में पूरी तरह से रेलवे बोर्ड ने इसे अपने हाथ में ले लिया था।

1995 से चल रही प्रक्रिया यह है इसकी स्थिति
आजादी के 7 दशक बाद भी बस्तर के अनेक इलाके तक रेल सुविधा नहीं पहुंची है। वर्ष 1995 में योजना आयोग ने दल्लीराजहरा से जगदलपुर तक रेल मार्ग को स्वीकृति दी थी जिसे लेकर पहली बार 1996-97 में और दूसरी बार 2007 में अनुबंध भी हुआ, लेकिन आज तक यह काम शुरू नहीं हो पाया है। जगदलपुर से रावघाट तक 140 किलीमीटर की रेललाइन निर्माण के लिए नौ मई 2015 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दंतेवाड़ा जनसभा में एमओयू किया गया था। इसमें सेल एनएमडीसी, इरकान और सीएमडीसी शामिल हैं। इन चारों कंपनियों ने मिलकर बस्तर रेलवे प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाई है।
बीआरपीएल ने 2538 करोड़ रुपये की इस परियोजना के निर्माण के लिए इस्कान से अलग से अनुबंध किया है। बीआरपीएल की कंपनियों के बीच खटपट विशेषकर इरकॉन के अधिकारियों की भूमिका को लेकर लगातार परेशानी खड़ी होती रही है। इसके पहले बीआरपीएल में शेयर होल्डिग को लेकर सेल ने बखेडा साड़ा कर दिया था। कंपनी जब बनी थी उस समय सेल को 21 फीसद की हिस्सेदारी दी गई थी। इसके बाद ही सेल ने बीआरपीएल से अलग होने की मांग की थी। तत्कालीन इस्पात सचिव के हस्तक्षेप के बाद सेल की हिस्सेदारी 12 फीसद करने पर यह बीआरपीएल में बने रहने को राजी हुई थी।
फैक्ट फाइल
रूट की लेंथ – 140 किमी

कितने साल में पूरा होगा प्रोजेक्ट – 3 साल

ट्रैक में कितनी तेजी से दौड़ सकेगी ट्रेन – 130 किमी प्रति घंटे


ऐसे बढ़ गई प्रोजेक्ट की राशि प्रोजेक्ट की राशि करोड़ में
2014-15 = 1663.58
2017-18 = 2583.35
2023-24 = 3282.14

Hindi News / Jagdalpur / रावघाट-जगदलपुर रेल लाइन का डीपीआर तैयार 3200 करोड़ की लागत से 3 साल में तैयार होगा ट्रैक

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.