विशेषज्ञों ने बताया कि लाइब्रेरी साइंस कोर्स के बाद लाइब्रेरी अटेंडेंट, लाइब्रेरी असिस्टेंट, जूनियर लाइब्रेरियन, लाइब्रेरियन और इन्फॉर्मेशन साइंटिस्ट बन सकते हैं। इसके अलावा आर्काइव एंड स्पेशल कलेक्शन लाइब्रेरियन, कॉम्पिटिटिव इंटेंलीजेंस एनालिस्ट, इलेक्ट्रॉनिक रिसोर्स लाइब्रेरियन, इन्फॉर्मेशन ऑफिसर, रेयर बुक्स क्यूरेटर और यूनिवर्सिटी लाइब्रेरियन तथा विभिन्न सरकारी उपक्रमों में लाइब्रेरी डायरेक्टर जैसे पदों पर काम कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें
CG Education News: साइंस कॉलेज में आधी से अधिक सीटें खाली, आज से ओपन काउंसलिंग शुरू, देखें ये तारीख
यह है लाइब्रेरी साइंस
पीजी कालेज में लाइब्रेरी प्रभारी शोएब अंसारी ने बताया कि लाइब्रेरी साइंस एक अंत: विषय या बहु-विषयक क्षेत्र है, इस कोर्स के तहत छात्रों को लाइब्रेरी और इंफॉर्मेशन सिस्टम मैनेजमेंट, डॉक्यूमेंटेशन, मैनुस्क्रिप्ट, कैटलॉग, बिबलियोग्राफी आदि के बारे में पढ़ाया जाएगा। इस कोर्स का उद्देश्य छात्रों को लाइब्रेरी को संभालने के प्रबंधकीय और प्रशासनिक पहलुओं का गहन ज्ञान प्रदान करना है। बैचलर ऑफ लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस जैसे बैचलर कोर्स के लिए उम्मीदवारों के पास किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से किसी भी विषय में स्नातक स्तर की डिग्री होनी चाहिए। मास्टर ऑफ लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस कोर्स में प्रवेश के लिए उम्मीदवार के पास बी.लिब की डिग्री होना अनिवार्य है।