कुछ समय पहले बीजापुर के पीडिया में 12 नक्सलियों का जिस तरह सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर किया उससे माओवादियों के प्रति (CG Naxal) सॉफ्ट कॉर्नर रखने वाले संगठन हड़बड़ा गए हैं। Bastar Bandh Today: एक तरफ देश भर में आतंकियों और नक्सलियों के खिलाफ केंद्र और राज्य सरकारें तालमेल बना कर मुहीम चला रही हैं और दूसरी तरफ बहुत से राजनितिक दल और गैर सरकारी संगठन इन दरिंदों के समर्थन में सेना और अर्धसैनिक सुरक्षाबलों की कार्रवाइयों पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ की सरकार और सुरक्षाबलों ने पीडिया मुठभेड़ के बाद बता दिया था कि मरने वालों (Chhattisgarh Naxal News) में बहुत से इनामी नक्सली भी थे, उसके बावजूद कई संगठन कार्रवाइयों को फर्जी बता कर जनता पर मंगलवार 28 मई को बस्तर बंद का दबाव बनाना शुरू कर दिया।
CG Naxal: छत्तीसगढ़ में सर्व आदिवासी समाज ने आज बस्तर बंद बुलाया है। पीडिया मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए न्यायिक जांच की मांग को लेकर सर्व आदिवासी ने यह बंद का बुलाया है। इस बंद के समर्थन में सोमवार को बस्तर चेंबर ऑफ कामर्स ने भी समर्थन दे दिया है। वहीं दूसरी तरफ इस बंद को सफल बनाने के लिए समाज के लोगों ने बैठक की और आगे की रणनीति पर चर्चा की।
बता दें कि जगदलपुर, बीजापुर और सुकमा में सुबह से दुकानें नहीं खुली हैं। यात्री बसों के पहिए भी थम गए हैं। सड़के सुनसान है। संभाग के सातों जिलों में बंद का असर है। हालांकि, इमरजेंसी (Naxal Bandh) सेवाएं जैसे मेडिकल खुले हैं। चैंबर ऑफ कॉमर्स ने भी बंद का समर्थन किया है।
Bastar Bandh: बंद का आह्वान क्यों
Bastar Naxal News: समाज के लोगों ने बताया कि लगातार आदिवासियों या मूलनिवासियों के साथ अत्याचार हो रहा है। हाल ही में बीजापुर जिले के ग्राम पीडिय़ा में वनोपज एकत्रित करने वाले निर्दोष आदिवासी ग्रामीणों की हत्या कर दी गई। समाज इसकी न्यायिक जांच की मांग करती हैं। वहीं उन्होंने कहा कि कोंडागांव में समाज के जिलाध्यक्ष को बुधसिंह नेताम को फर्जी मुकदमे के तहत फंसाकर जिला बंदर करने का भी यह विरोध है। चेंबर ने दो बजे तक किया समर्थनबंद को लेकर बस्तर चेंबर ऑफ कामर्स ने भी समर्थन जारी करते हुए व्यापारियों को अपने प्रतिष्ठा दोपहर 2 बजे तक बंद रखने को कहा है। समर्थन से पहले चेंबर की कार्यकारिणी ने एक दिन पहले बैठक की। जिसके बाद बंद का नैतिक समर्थन करने पर सहमति बनी। इसके अलावा ओबीसी समाज, कलार समाज, धाकड़ समाज एवं माहरा समाज से भी समर्थन मिला है।
Bastar Bandh: 10 मई को हुई थी मुठभेड़
Bastar Bandh: दरअसल, पीडिया इलाका नक्सलियों का गढ़ है। यहां 10 मई को पुलिस की नक्सलियों के पश्चिम बस्तर डिवीजन कमेटी के साथ मुठभेड़ हुई थी। पुलिस ने (pedia naxalite encounter) दावा किया है मुठभेड़ में 12 नक्सलियों को मारा गया है। इनके पास से हथियार समेत अन्य सामान भी बरामद किए गए हैं।Pedia Naxalite Encounter: लखमा ने कहा – फर्जी एनकाउंटर
छत्तीसगढ़ के पूर्व कैबिनेट मंत्री और कोंटा (सुकमा) विधानसभा से MLA कवासी लखमा ने भी पीडिया में हुई मुठभेड़ को फर्जी बताया है। उन्होंने कहा कि, पुलिस का दावा है कि एनकाउंटर में 12 नक्सलियों को ढेर कर दिया है। लेकिन, हमें जानकारी मिली है कि तेंदूपत्ता तोड़ने गए गांव वालों को उठाकर मारा गया है। Naxalite Encounter: कवासी लखमा ने CM विष्णुदेव साय पर भी निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि, जब भाजपा की सरकार में विष्णुदेव साय CM बने थे तो हमें विश्वास था कि आदिवासियों के हित के लिए काम करेंगे। लेकिन अब प्रदेश में आदिवासी मुख्यमंत्री है, फिर भी आदिवासी सुरक्षित नहीं है। फर्जी एनकाउंटर में आदिवासी मारे जा रहे हैं।