सुबह-शाम हुई झमाझम बारिश
शहर में सोमवार की शाम एक बार फिर मौसम बदला और गरज-चमक के साथ बादल बरसे। सुबह से बारिश नहीं हुई। लेकिन दोपहर होते होते बादल घिर आए और झमाझम पानी गिरा। उसने वैशाख में सावन-भादों जैसी ठंडी हवा का अहसास करा दिया। मौसम विभाग के अनुसार अभी कम से कम 3 दिन और इसी तरह का मौसम देखने को मिल सकता है। शहर में अभी दक्षिण-पश्चिमी हवा सक्रिय हैं।
1935 के बाद अप्रेल में ऐसी वर्षा
पश्चिमी विक्षोभ और अरब सागर में बने चक्रवात की वजह से मौसम में बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग के अनुसार यह बदलाव इस सप्ताह के अंत तक और असर दिखाने वाला है। मौसम के जानकारों का कहना है कि वर्ष 1935 के बाद इस बार अप्रेल में इस तरह की बारिश देखने मिली है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार अरब सागर में बने एक साइकोलोनिक सर्कुलेशन और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है।
सिर्फ दो बार 40 के पार हुआ पारा
अप्रेल में शहर में इस बार केवल दो दिन अधिकतम तापमान 40 डिग्री से थोड़ा सा ऊपर गया। सोमवार को अधिकतम तापमान 29. 4 डिग्री दर्ज हुआ, जो सामान्य से 11 डिग्री कम था। न्यूनतम तापमान 18.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से 7 डिग्री कम था। सोमवार को सुबह से देर रात तक रुक रुककर बारिश हुई। जबलपुर में तीन दिन में 65.9 मिमी (तकरीबन दो इंच) वर्षा हो चुकी है।