जीआरपी थाना प्रभारी विनोद शुक्ला ने बताया कि 23 जुलाई को अनीता पति लोकेश शर्मा निवासी मंडला, एडीजे आरती शुक्ला पांडे पति अंबुज पांडे (40) एडीजे न्यायालय रीवा, पूनम पति राजेश बलेचा (38) निवासी सतना, रेनू सेन पति सुभाष सैनी (60) निवासी जबलपुर, ओवरनाइट एक्सप्रेस के एसी कोच में भोपाल से जबलपुर जा रही थीं। नरसिंहपुर स्टेशन के समीप कुछ हथियार बंद लुटेरे ट्रेन में सवार हो गए और चेन पुलिंग करते हुए लूट की वारदात को अंजाम दिया। आरोपितों ने चाकू अड़ाकर महिलाओं के पर्स व जेवरात आदि छीन लिए और फरार हो गए। रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 160, 161, 162 एवं 163/18 पर धारा 395, 392, 411 भादवि एवं 25 आम्र्स एक्ट का मामला दर्ज किया गया था। इसी रात ट्रेन नंबर 11061 से मुंबई से जबलपुर जा रहीं मुंबई निवासी स्नेहा यादव पति जितेंद्र यादव (26) का भी धमकाकर पर्स छीना गया था। इसमें डकैती का प्रकरण दर्ज हुआ था।
टीम हुई गठित
इस मामले में रेल पुलिस अधीक्षक विनीत जैन ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रेल प्रतिभा पटेल के नेत़ृत्व में एक टीम गठित की थी। टीम के उपनिरीक्षक विनोद शुक्ला, सहायक उपनिरीक्षक आरजी ठक्कर , राजेश राज, प्रधान आरक्षक सुशील सिंह, आरक्षक योगेश पचोरी, विनय मिश्रा, वेदमुनि त्रिपाठी, बृजभूषण बैरागी आदि ने नरसिंहपुर में रेल ट्रैक के किनारे बसे ग्राम रोंसरा में पतासाजी की तो यह बात सामने आई कि यहां पर कुछ शातिर बदमाश हैं, जिनकी गतिविधियां बेहद संदिग्ध हैं।
कुख्यात हैं आरोपित
पुलिस ने संदेह के आधार पर घटना के मुख्य आरोपी ग्राम रौंसरा निवासी देवल पिता देवीसिंह कुचबंदिया एवं इसी गांव के उसके साथी शैलू उर्फ शैलेंद्र पिता बद्री कुचबंदिया(26), रिक्कू पिता देवीसिंह ठाकुर (20) व खमतरा गांव निवासी कन्हैयालाल उम्र (48) को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो आरोपितों ने पूरा राज उगल दिया। उन्होंने स्वीकार किया कि दोनों ट्रेनों में उन्हीं लूट और डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। आरोपितों के कब्जे से डकैती एवं लूट का सामान, सोने चांदी के जेवरात मोबाइल लेडीज पर्स कागजात समेत करीब 1 लाख 15 हजार रुपए का माल बरामद कर लिया गया है। मुख्य आरोपी देवल कुचबंदिया से एक कीमती मोबाइल भी जब्त किया गया है, जो लूट का बताया गया है। अन्य आरोपितों के पास भी लूट के चार मोबाइल मिले हैं। पुलिस के अनुसार सभी आरोपी बेहद कुख्यात हैं। वे ट्रेनों में चैन पुलिंग करके यात्रियों को निशाना बनाते थे व फरार हो जाते थे। उनसे और भी पूछताछ की जा रही है। आरोपितों को गिरफ्तार करके मामले का पर्दाफाश करने वाली टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।