उदाहरण के लिए अगर विद्यार्थी को इनटरनल थ्योरी परीक्षा में 80 प्रतिशत नम्बर मिल जाते थे तो उन्हें यूनिवर्सिटी थ्योरी परीक्षा में 20 फीसदी नम्बर लाने की ही जरूरत रहती थी। इससे विद्यार्थी की गुणवत्ता का मूल्याकंन नहीं हो पाता था। इसलिए स्कीम ऑफ एग्जामिनेशन में यूनिवर्सिटी थ्योरी परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए न्यूनतम 40 प्रतिशत अंक लाने की अनिवार्यता कर दी गई है। हालांकि प्रायोगिक परीक्षा व ग्रेस माक्र्स की व्यवस्था यथावत रहेगी।
मेडिकल कॉलेज को पीजी कोर्स की मिली संबद्धता
मेडिकल यूनिवर्सिटी ने छिंदवाड़ा के इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में पीजी पाठ्यक्रम को संबद्धता दे दी है। यह निर्णय कार्य परिषद की बैठक में लिया गया। इससे जहां पोस्टगे्रज्युएट (पीजी) कोर्स में दाखिले हो सकेंगे और मेडिकल कॉलेज को जूनियर डॉक्टर मिल जाएंगे। जिन कोर्स की पीजी सीटों को संबद्धता मिली है, उनमें जनरल सर्जरी 03 सीट, ओबीजी 05 सीट, एनेस्थिसियोलॉजी 03 सीट, आप्थेमोलॉजी 1 सीट, माइक्रोबॉयोलॉजी 03 सीट, पैथोलॉजी 03 सीट, बायोकेमेस्ट्री 05 सीट, फार्माकोलॉजी 03 सीट, फॉरेंसिक मेडिसिन 05 सीट, जनरल मेडिसिन 04 सीट, फिजियोलॉजी 04 सीट, एनाटमी 05 सीट, फिजियाट्री 02 सीट, पीडियाट्रिक 02 सीट, रेस्पीरेटरी मेडिसिन 01 सीट, आर्थोपेडिक 04 सीट, टर्मेटोलॉजी 1 सीट, कम्युनिटी मेडिसिन – 03 सीट शामिल है।
मेडिकल कॉलेज में बीएएसएलपी कोर्स को संबद्धता
मेडिकल कॉलेज जबलपुर में संचालित बीएएसएलपी कोर्स की 07 सीट सत्र 2022-23 व बीएएसएलपी.- 14 सीट सत्र 2023-24 के लिए संबद्धता निरंतरता प्राप्त करने एमयू को आवेदन प्राप्त हुए हैं। इन प्रकरण को मान्यता दे दी गई।