उच्च तकनीकी संस्थान करेंगे सहयोग
योजना को अंतिम रूप देने के लिए उच्च तकनीकी शिक्षा संस्थानों ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन, नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी, आईआईएम, आईबीएम संस्थानों से मदद ली जाएगी। स्वयं का स्टार्टअप शुरू करने के लिए छात्र-छात्राओं को अनुभवी लोगों से इंटरेक्शन कराने के साथ वर्कप्लेस उपलब्ध कराया जाएगा। प्रबंधन संस्थान के विशेषज्ञ डॉ. आशीष शर्मा के अनुसार पढ़ाई के बाद छात्रों को रोजगार नहीं मिल पाने का प्रमुख कारण उन्हें मोटिवेशन नहीं मिलना है। हमारा पहला प्रयास उन्हें स्टार्टअप शुरू करने के लिए जागरूक करना है। उन्हे तकनीकी प्रशिक्षण व विशेषज्ञों से इंटरेक्शन कराया जाएगा।
संस्थान विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ रोजगार से जोड़ने की दिशा में काम कर रहा है। इसके लिए उच्च तकनीकी शिक्षण संस्थानों से भी मदद ली जाएगी।
प्रो. शैलेष चौबे, डायरेक्टर, प्रबंधन संस्थान रादुविवि