नौ माह रखा जाएगा विशेष खयाल
गर्भधारण के बाद से पूरे नौ माह मां और गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखा जाएगा। उन्हें एक्सरसाइज कराने से लेकर आहार को लेकर मार्गदर्शन दिया जाएगा। विशेषज्ञ लगातार उनकी काउंसलिंग करेंगे। ऐसे केस जिनमें गर्भ को लेकर जटिलता नहीं है, उन्हें सामान्य प्रसव के लिए चयनित किया जाएगा। इन महिलाओं का बर्थिंग सुइट वार्ड में सामान्य प्रसव कराया जाएगा। अस्पताल में दो बर्थिंग सुइट वार्ड तैयार हो गए हैं। जून तक 5 और वार्ड तैयार हो जाएंगे।
मिडवाइफरी ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट का हिस्सा
बर्थिंग सुइट वार्ड अस्पताल के प्राइवेट वार्ड को कन्वर्ट करके तैयार किए गए हैं। ये वार्ड रानी दुर्गावती अस्पताल परिसर स्थित मिडवाइफरी इंस्टीट्यूट का हिस्सा हैं। इंस्टीट्यूट बनाने के लिए 1 करोड़ 6 लाख रुपए का बजट स्वीकृत किया गया है। नर्सिंग कॉलेज में 18 माह का डिप्लोमा कोर्स भी शुरू होने वाला है।