Jabalpur : 18 माह में होना है तैयार, 4 माह बीत गए, वार्ड, ओटी व लैब की संख्या बढ़ेगी
275 बिस्तर वाले अस्पताल भवन के निर्माण के लिए डेढ़ साल की समयावधि निर्धारित की गई है। मई के महीने में साइट खुदाई शुरू हुई थी, फाउंडेशन के स्टेज तक काम पहुंच गया है। भवन का निर्माण पूरा होने में अभी 14 महीने और लगेंगे।Jabalpur : पर्याप्त संख्या में वार्ड और जांच के लिए लैब
जिला अस्पताल में ज्यादा संख्या में सर्जरी हो सकें , इसके लिए 6 अत्याधुनिक ऑपरेशन थियेटर भी होंगे। इसके साथ ही नए भवन में इमरजेंसी, पीडियाट्रिक, सर्जिकल, एनआरसी, पीआईसीयू, आईसीयू, पोस्ट केयर वार्ड होंगे। इसके साथ ही प्राइवेट, सेमी प्राइवेट वार्ड का भी निर्माण किया जाएगा। जिससे मरीज को आवश्यकता होने पर सुविधा भी उपलब्ध कराई जा सकेगी। सोनोग्राफी, एक्स-रे, सिटी स्कैन, एमआरआई की जांच सुविधा भी नए भवन में होगी।Jabalpur : छोटा पड़ता है अस्पताल
वर्तमान में जिला अस्पताल पर ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही सेंट्रल सिटी क्षेत्र के मरीजों का बड़ा दबाव है। हर रोज बड़ी संख्या में मरीज यहां इलाज के लिए आते हैं। मरीजों को इलाज के लिए भर्ती भी करना पड़ता है। उस अनुपात में अस्पताल में बेड कम पड़ते हैं। अक्सर अस्पताल के वार्ड हाउसफुल हो जाते हैं। ऐसे में फ्लोर बेड लगाने के अलावा कोई विकल्प नहीं रहता। कई बार तो मरीज मेडिकल अस्पताल रेफर करने पड़ते हैं।Jabalpur : अस्पताल का ऐसा होगा स्वरूप
20 ओपीडी1-1 सोनोग्राफी, एक्स-रे, सिटी स्कैन, एमआरआई
6 ऑपरेशन थियेटर
30 बेड जीजी वार्ड में
20 बेड इमरजेंसी वार्ड में
60 बेड पीडियाट्रिक वार्ड में
140 बेड सर्जिकल वार्ड में
22 बेड एनआरसी में
20 बेड डे-केयर वार्ड में
20 बेड पीआईसीयू में
30 बेड आईसीयू में
20 बेड पोस्ट केयर वार्ड में
04 प्राइवेट रूम
08 सेमी प्राइवेट रूम
44.78 करोड़ लागत
18 महीने निर्माण अवधि
अस्पताल भवन के फाउंडेशन का निर्माण कार्य जारी है। तीन मंजिला भवन में चिकित्सकीय आवश्यकता के अनुसार वार्ड, ओटी व डायग्नोसिस सेक्शन का भी प्रावधान किया गया है।