होंगे कई धार्मिक आयोजन: महेश नवमी, निर्जला एकादशी, गायत्री जयंती और कबीर जयंती पड़ रहे
29 मई को महेश नवमी पर्व मनाया जाएगा। यह दिन शिवजी को समर्पित है। मान्यता है कि इस दिन शिवजी के आशीर्वाद से महेश्वरी समाज की उत्पत्ति हुई थी। संस्कारधानी के महेश्वरी समाज द्वारा आयोजन की व्यापक तैयारियां की जा रही है। 30 मई को संस्कारधानी में गंगा दशहरा पर्व मनाया जाएगा। गंगा दशहरा पर मां गंगा पहली बार पृथ्वी पर आईं थीं। मान्यता है कि इस दिन गंगाजी स्वयं माता नर्मदा से मिलने आती हैं। इस दिन स्नान करने का महत्व है। नर्मदा तटों पर इस दिन श्रद्धालुओं की भीड रहेगी। उधर 31 मई गुरुवार को भी पर्वों की त्रिवेणी रहेगी। इस दिन निर्जला एकादशी, गायत्री जयंती है।
निर्जला एकादशी का व्रत पति की दीर्धायु के लिए रखा जाता है। इस दिन सुहागिनें पीपल की परिक्रमा कर सौभाग्य की कामना करती हैं। गायत्री जयंती पर गायत्री परिवार द्वारा जप, यज्ञ अनुष्ठान कार्यक्रम किए जाएंगे। शहर में मुख्य आयोजन गायत्री पीठ मनमोहन नगर व गायत्री पीठ श्रीनाथ की तलैया में होंगे।
कबीर जयंती चार जून को मनाई जाएगी
कबीर जयंती 4 जून को मनाई जाएंगी। संस्कारधानी में भी कबीरदास के बड़ी संख्या में अनुयायी है। कबीर क अनुयायियों द्वारा कबीर जयंती पर आयोजन की तैयारी की जाएगी।