MP Roads : नगर निगम सदन की बैठक में उठा मुद्दा
नगर निगम सदन की बैठक में भी कई बार मुद्दा उठ चुका है कि निगम के निर्माण कार्यों में कमीशनखोरी चरम पर है। यही कारण है कि गुणवत्तापूर्ण सड़कों का निर्माण करने के बजाय अधिकारियों का जोर इस पर होता है कि सड़क बार-बार बने और उन्हें कमीशन मिलता रहे।MP Roads : सड़क निर्माण में गुणवत्ता मानकों की अनदेखी, फिर भी अधिकारी-ठेकेदारों पर तय नहीं जिम्मेदारी
बनते ही उधड़ने लगती हैं क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि नगर निगम प्रशासन सडक़ों के निर्माण पर करोड़ों रुपए खर्च करता है, लेकिन बनने के गुछ महीने बाद गिट्टियां उखड़ने लगती हैं। इसके बावजूद सडक़ बनाने वाले अधिकारी-कर्मचारी और ठेकेदारों के विरुद्ध न कोई कार्रवाई होती है और न ही उनकी जवाबदेही तय होती है।MP Roads : कटंगा तिराहा-गौरीघाट रोड
●06 करोड़ से हुआ निर्माण ●06 माह पहले बनी थी वर्तमान स्थिति : गिट्टिया उखडऩे से सडक़ पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। निर्माण में उपयोग की गई स्टोन डस्ट का चूरा फैलने से वाहनों का संतुलन बिगड़ रहा है। अंधमूक बायपास-एलआइसी रोड ●10 करोड़ निर्माण लागत●01 साल पहले हुआ निर्माणवर्तमान स्थिति : मेडिकल यूनिवर्सिटी छोर से धनवंतरि नगर चौराहा के बीच कई स्थानों गड्ढे हो गए हैं। त्रिपुरी मोड़-झंडा चौक रोड
●01 किमी लंबी पुरानी सीमेंटेड सडक़ पर कारपेटिंग की ●15 साल बाद सडक़ का निर्माण न कर पतला डामरीकरण किया वर्तमान स्थित : गढ़ा, पुरवा, गंगा नगर, नवनिवेश कॉलोनी, भूकंप कालोनी, डॉक्टर कॉलोनी को जोड़ने वाली इस रोड पर पुरवा में गड्ढों की भरमार है।
पीडब्ल्यूडी विभाग की तकनीकी टीम को नई सडक़ों के निर्माण में गुणवत्ता सुधारने और स्थल का निरीक्षण करने के निर्देश देंगे। अमल नहीं करने वाले अधिकारियों, ठेकेदारों पर कार्रवाई करेंगे। प्रीति यादव, आयुक्त नगर निगम