मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के जस्टिस भट्ट केरल से जिला न्यायाधीश के रूप में न्यायिक सेवा में आए और 1980 में वहीं हाईकोर्ट के जज बने। सेवानिवृत्ति के बाद, उन्हें सीमा शुल्क, उत्पाद शुल्क और स्वर्ण नियंत्रण अपीलीय न्यायाधिकरण (सीईजीएटी), नई दिल्ली के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया, जहां उन्होंने अगले तीन वर्षों तक सेवा की। उन्हें भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा वरिष्ठ वकील के रूप में भी नामित किया गया था। जस्टिस भट्ट ने नईदिल्ली में गुरुवार शाम साढ़े सात बजे अंतिम सांस ली।