कांचघर निवासी भारती के फोन पर शुक्रवार सुबह फोन आया। फोन करने वाले ने स्वयं को एक नामी बैंक में क्रेडिट कार्ड मैनेजर बताकर बिना फीस क्रेडिट कार्ड जारी करने की बात कहते हुए कुछ जानकारी मांगी। वे समझ र्गईं कि फोन साइबर ठग का है। इसके बाद उन्होंने मोबाइल नंबर को ब्लॉक कर दिया।
विजय नगर निवासी एमएनसी में कार्यरत अरिन के फोन पर कॉल आया। कॉलर ने स्वयं को क्रेडिट कार्ड कम्पनी का अधिकारी बताते हुए अनलिमिटेड लिमिट का क्रेडिट कार्ड लेने का ऑफर दिया। अरिन को पहले भी ऐसे कॉल आ चुके थे, इसलिए वे उसके झांसे में नहीं आए और कॉल काट दिया।
सावधानी जरूरी
ठग नए-नए तरीके इजाद कर साइबर अपराध को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे में सतर्क रहकर ठगी का शिकार होने से बच सकते हैं। साइबर एक्सपर्ट ने बताया कि डिजिटल पेमेंट के दौर में साइबर ठगी और भी आसान हो गई है। किसी इनाम या ऑफर के लालच में नहीं आएं। बैंक की डिटेल्स को शेयर नहीं करें। ठग फेसबुक प्रोफाइल हैक कर रिश्तेदारों, परिचितों से आपदा में फंसे होने का झांसा देकर पैसों की मांग करते हैं।
ऐसे करते हैं ठगी
साइबर ठग मोबाइल यूजर्स से क्रेडिट कार्ड जारी करने के लिए सिविल स्कोर, आय और आय के स्रोतों की जानकारी पूछते हैं। यदि मोबाइल यूजर्स जानकारी देता है तो वे समझ जाते हैं कि संबंधित व्यक्ति को क्रेडिट कार्ड की आवश्यकता है। इसके बाद आरोपी ऑनलाइन लिंक के जरिए फॉर्म सबमिट करने के लिए कहते हैं। इस लिंक में एपीके फाइल्स होती है, जो लिंक पर क्लिक करते ही फोन में इंस्टॉल हो जाती है और फोन हैक हो जाता है।
साइबर ठग कई प्रकार के प्रलोभन देकर ठगी का प्रयास करते हैं। लोगों को सतर्क रहना चाहिए। किसी अजनबी व्यक्ति से अपनी या बैंक अकाउंट्स की जानकारी शेयर नहीं करना चाहिए।
– समर वर्मा, एएसपी, क्राइम ब्रांच