डॉ. रागिनी मिश्रा के को डिजिटल अरेस्ट कर लूटे 10.50 लाख रुपए आरोपियों ने महाराष्ट्र और केरल के जिलों से निकाल लिए। भोपाल पुलिस की टीम दोनों राज्यों में जांच के लिए जाएगी। पुलिस की मानें तो साइबर ठग पाकिस्तान, कंबोडिया से भी कॉल कर रहे हैं। वे पुलिस को सीधी चुनौती दे रहे हैं कि पकड़ सको तो पकड़ लो। इंदौर, भोपाल में ठगों के कुछ गुर्गों की गिरफ्तारी हुई है, पर सरगना व कॉलर हत्थे नहीं चढ़ सके।
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भोपाल में डेढ़ माह पहले बुजुर्ग महिला को ठगों ने सस्ते में सोना बेचने का झांसा देकर एक लाख रुपए ऐंठे। पहले सस्ता सोना देने की बात की। महिला राजी हो गई तो कस्टम अफसर के नाम से फोन कर डराया और महिला ने एक लाख रुपए ठग लिए।
महिला ने साइबर सेल में शिकायत की। पुलिस ने आरोपी से फोन पर बात की। बातों में उलझाया। एक लिंक भी भेजी। जैसे ही ठग ने क्लिक किया, पाकिस्तान में बैठे ठग की तस्वीर पुलिस को मिल गई। लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी।
प्रदेश में ऐसे मामलों में पाक कनेक्शन
-12 नवंबर को टेलीकॉम इंजीनियर प्रमोद कुमार को डिजिटल अरेस्ट करने वाले ने भी कंबोडिया से कॉल किया था। मामले में उत्तरप्रदेश से एक आरोपी गिरफ्तार हुआ, पर सरगना हत्थे नहीं चढ़ा। -29 नवंबर को जबलपुर में सीएम राइज स्कूल के प्राचार्य को पाकिस्तान (+91) से कॉल कर डिजिटल अरेस्ट करने का प्रयास किया गया। -7 सितंबर को च्कौन बनेगा करोड़पतिज् में भाग लेने के ऑफर देकर धोखाधड़ी व अश्लील वीडियो कॉल से ब्लैकमेल की शिकायत आई। ये कॉल भी पाकिस्तान से किए गए।