news fact-
पिता ने जन्मदिन के दिन बेटी को दी अंतिम विदाई
मासूम के साथ हैवानियत देखकर डॉक्टरों की भी कांप गई रूह
घर की थी लाड़ली
मासूम दो भाइयों से छोटी होने के चलते घर की सबसे लाडली थी। मां-पिता मजदूरी करते थे, लेकिन बिटिया की हर ख्वाहिश पूरी करने में आगे रहते थे। बिटिया का शव हाथों में लिए पिता की एक ही मांग थी कि आरोपित को फांसी से कम की सजा मंजूर नहीं है। मासूम के साथ दरिंदगी से पूरा गांव आक्रोशित है। आरोपित परिवार के सदस्यों को गांव से पुलिस ने दूर भेज दिया है। गांव में दो दिन से किसी के घर में चूल्हा नहीं जला है। पूरे क्षेत्र में गम का माहौल है।
तीन डॉक्टरों के पैनल ने किया पोस्टमार्टम
मासूम के शव का मेडिकल कॉलेज के फारेंसिक विभाग के डॉ. मुकेश राय सहित तीन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। दो डॉक्टर मेडिकल कॉलेज फारेंसिक विभाग के थे, जिसमें एक महिला चिकित्सक थीं। तीसरे चिकित्सक कटंगी अस्पताल से थे। पैनल ने तुरंत पीएम रिपोर्ट भी तैयार कर पुलिस को दे दी है। पुलिस जांच कर रही है।
ये साक्ष्य दिलाएंगे आरोपित को सजा
– एफएलएल टीम से डॉ. नीता जैन की अगुवाई में घटना से वैज्ञानिक तरीके से महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्र किए गए हैं। इससे आरोपित को कोर्ट में बचाव का कोई मौका नहीं मिल पाए।
– आरोपित का बनियान व अंडरगारमेंट
– घटनास्थल से बिस्तर का वह टुकड़ा, जिस पर मासूम का ब्लड था
– बिस्तर से मासूम के सिर के बाल
– मासूम के नाखूनों में फंसी आरोपित की स्किन
– सेप्टिक टैंक के पास से खून से सना बोरा, मासूम के कपड़े