हटा पुलिस ने महिला समेत चार आरोपियों को किया गिरतार
लुटेरी दुल्हन गैंग का जबलपुर कनेक्शन, गढ़ा में रहता है सरगना एसडीओपी नीतेश पटेल ने बताया कि हटा निवासी मनोज नेमा ने शिकायत की थी। उसमें बताया कि उन्होंने बांदकपुर में 20 मई को रेखा तिवारी नामक महिला से शादी की थी। विवाह खर्च के नाम पर डेढ़ लाख रुपए भी दिए थे। घर आने के दूसरे दिन ही महिला ने भाई की मृत्यु की बात कही और मायके जाने कहने लगी। इस पर उन्हें संदेह हुआ और पुलिस को मामले की सूचना दी। पुलिस के अनुसार रमू उमा का पिता है।उसने 15 मई को कुहारी थाना क्षेत्र के सगौनी में कंचन यादव बनकर विवाह किया था। दूसरे दिन जेवर और नकदी लेकर दूसरी मंजिल से साड़ी के सहारे उतरकर फरार हो गई थी। इसके बाद उसने 20 मई को रेखा तिवारी बनकर हटा में शादी की थी।
लुटेरी दुल्हन गैंग का जबलपुर कनेक्शन, गढ़ा में रहता है सरगना एसडीओपी नीतेश पटेल ने बताया कि हटा निवासी मनोज नेमा ने शिकायत की थी। उसमें बताया कि उन्होंने बांदकपुर में 20 मई को रेखा तिवारी नामक महिला से शादी की थी। विवाह खर्च के नाम पर डेढ़ लाख रुपए भी दिए थे। घर आने के दूसरे दिन ही महिला ने भाई की मृत्यु की बात कही और मायके जाने कहने लगी। इस पर उन्हें संदेह हुआ और पुलिस को मामले की सूचना दी। पुलिस के अनुसार रमू उमा का पिता है।उसने 15 मई को कुहारी थाना क्षेत्र के सगौनी में कंचन यादव बनकर विवाह किया था। दूसरे दिन जेवर और नकदी लेकर दूसरी मंजिल से साड़ी के सहारे उतरकर फरार हो गई थी। इसके बाद उसने 20 मई को रेखा तिवारी बनकर हटा में शादी की थी।
खुला गिरोह का राज पुलिस ने दुल्हन को पकड़ा तो पता चला कि उसका असली नाम रहली निवासी उमा लोधी है। उसने बताया कि गिरोह में मोहित सोनी के अलावा सागर निवासी सचिन तिवारी, बंडा निवासी रमू लोधी और दीनदयाल पांडे भी शामिल है। टीम ने सभी को गिरतार कर लिया है।
कई आधार कार्ड मिले पुलिस को उमा के पास से कई आधार कार्ड मिले जिसमें उसका अलग-अलग नाम लिखा हुआ है। यह गिरोह ऐसे लोगों को अपना शिकार बनाता था, जिनकी अधिक उम्र हो जाने पर शादी नहीं हुई होती या फिर पत्नी की मौत हो चुकी हो। शादी के पहले गिरोह एक से डेढ़ लाख रुपए ऐंठता था।